झारखंड के गोड्डा जिले में प्रेमी ने प्रेमिका की हत्या कर दी। वजह सुनकर आप भी अपना सिर पकड़कर बैठ जाएंगे। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया तो पता चला कि प्रेमी ने इस खौफनाक वारदात को इसलिए अंजाम दिया, क्योंकि युवती दूसरे युवक से बात करती थी।
झारखंड के गोड्डा जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। जहां एक लड़की को रंग ना लगाना इतना महंगा पड़ गया कि उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकाई। वह सहेलियों के संग होली खेलने के लिए निकली थी। लेकिन अब उसकी लाश मिली है।
झारखंड के लोहरदगा जिले के बरही चटकपुर गांव में होली पर आए दामादों से चुहलबाजी के रूप में ढेला मार होली शुरु हुई थी, दामादों को ग्रामीण खंभा उखाड़ने के लिए कहते थे और मजाक के रूप में उन पर ढेला फेंका जाता था।
झारखंड के हजारीबाग से रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात सामने आई है। जहां एक नाबालिग भाई ने अपने बड़े भाई को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। वजह थी जमीन और पैसों का लेनदन…जिसके चलते भाई-भाई के खून का प्यार बन गया और इस घटना को अंजाम दिया।
पांच साल से कर्नाटक की गलियों में भटक रहे एक शख्स को आखिरकार उसका आशियाना मिल गया। शख्स मानसिक रूप से अस्वस्थ था, ठीक से बोल नहीं पा रहा था। पहचान में भाषा की दिक्कत आड़े आ रही थी।
मनरेगा घोटाले में मनी लांड्रिंग की जांच को आगे बढ़ाते हुए ED ने 3 मार्च को हजारीबाग निवासी मोहम्मद अजहर अंसारी के घर छापा मारा। इस दौरान निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के केस से जुड़े 3 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं।
बोकारो जिले के एक सरकारी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के हफ्तेभर बाद ही अब रांची में बर्ड फ्लू फैलने की खबर है। पिछले दिनों लोहांचल के फार्म में कड़कनाथ में एच5एन1(H5N1 variant) वैरिएंट की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी।
झारखंड के पोटका से प्रेम प्रसंग का अजब-गजब मामला सामने आया है। प्रेमी का परिवार बार-बार लड़की के घर शादी का प्रस्ताव लेकर जाता रहा। पर प्रेमिका के घर वाले बार-बार शादी के प्रस्ताव को ठुकराते रहे। ऐसा एक-दो बार नहीं बल्कि लगातार चार बार हुआ।
झारखंड विधानसभा में वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने शुक्रवार को ₹1,16,418 करोड़ का बजट पेश किया। बजट में कई नई योजनाओं का ऐलान किया गया है। किसानों, महिलाओं और रोजगार के लिए बड़ी घोषणाएं की गई है।
कहते हैं कि बिना संघर्ष सफलता नहीं मिलती। अगर मिल जाए, तो उसका कोई मूल्य नहीं होता! यह कहानी झारखंड की रहने वाली एक गरीब तीरंदाज की है, जो एक मिसाल बनकर सामने आई है।