सार

इंदौर लसूड़िया में 14 वीं मंजिल से कूदकर जानदेने वाली लड़की के मामले में पुलिस हर पहलु पर जांच कर रही है। फिलहाल जो बातें सामने आ रही है। उससे हर किसी को अलर्ट रहने की जरूरत है। क्योंकि बच्ची की मौत भी उन्हीं में से किसी एक कारण से हुई है।

इंदौर. मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में​ स्थित लसूड़िया क्षेत्र में 18 जून को महज 7 वीं क्लास की एक छात्रा ने 14 वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। छात्रा का नाम अंज​ली था, जिसके 45 दोस्त थे और वह बंद कमरे में ऐसा खतरनाक खेल खेलती थी। जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। पुलिस की जांच में कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं। उसे आपको भी ध्यान रखते हुए अलर्ट रहने की जरूरत है।

इंदौर में रहता था पुणे का परिवार

जानकारी के अनुसार मृतक छात्रा का परिवार मूलरूप से पुणे महाराष्ट्र का है। जो वहां से विशाखापट्नम चले गए थे। जिसके बाद वे इंदौर शिफ्ट हुए। छात्रा के पिता एक कंटेनर कंपनी में मैनेजर हैं। जिनकी अलग अलग स्थानों पर पोस्टिंग होती रहती है। इसी कारण उन्हें काम के चक्कर में अलग अलग शहरों में जाकर रहना होता है। ये परिवार विशाखापट्नम से इसी साल मार्च में इंदौर शिफ्ट हुआ था। इंदौर शिफ्ट होने के चंद माह बाद ही अंजली ने जान दे दी।

बंद कमरे में खेलती थी खेल

पुलिस की जांच में सामने आया कि अंजली अपने घर कमरा बंद करके आईपैड पर आनलाइन गेम खेलती थी। इस गेम का नाम रो ब्लॉक्स है। जिसे वह कई बार घंटों तक खेलती थी, घरवालों के मना करने पर भी वह नहीं मानती थी। आशंका है कि वही गेम उसकी मौत का कारण बना है। इसलिए आप भी अपने बच्चों को ऐसे खतरनाक गेम से दूर रखें।

गेम में मिलता था टास्क

जानकारों की मानें तो इस प्रकार के आनलाइन गेम में खेलते खेलते बच्चों को टास्क मिलता है। जिसे उन्हें पूरा करने का आदेश दिया जाता है। चूंकि बच्चा उस गेम में इतना लीन हो जाता है कि उसे अपने आप का ख्याल नहीं रहता है। इस कारण जो उसे टास्क मिलता है। वह उसे पूरा करने में लिए जी जान लगा देता है। इसलिए आप भी ध्यान दें कहीं आपका बच्चा भी गेम खेलने में मग्न है तो उसे मोबाइल या आईपैड से दूर रखें।

अंजली के बन गए थे 45 दोस्त

हैरानी की बात तो यह है कि कई मोबाइल एप और आनलाइन गेम ऐसे भी हैं। जिसमें आपके दोस्त भी बन जाते हैं और उनसे आप चैटिंग भी कर सकते हैं। ऐसे में जब बच्चों को इनकी लत लग जाती है। तो उन्हें उसी में अपना संसार नजर आता है। फिर वे भी वही करते हैं। तो उन्हें टास्क मिलता है। उसे नहीं करने पर वे अपने आप को हल्का या असफल महसूस करने लगते हैं। इस कारण वे हर टास्क को पूरा करना चाहते हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा नहीं करने पर उनकी इतने दोस्तों के बीच बेइज्जती हो सकती है। क्योंकि उनके दोस्त भी इस गेम में जुड़े हुए होते हैं।

अंजली की मौत का कारण गेम

अंजली अपने फ्रैंड्स को जो अपने फोटो शेयर करती थी वे खतरनाक व अत्यधिक हाईट वाले होते थे। ​जहां देखने पर भी इंसान को डर लगता है। लेकिन अजंली को इस गेम को खेलने के कारण इन सब की आदत हो गई थी। हालांकि एक बात यह भी सामने आई है कि वह किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी। और एक डिप्रेशन वाले इंसान की तरह अधिक समय चुप या गुमसुम रहती थी। वह सिर्फ अपनी विशाखापट्नम वाली सहेलियों से और गेम वाले दोस्तों से ही बात करती थी। उसे वही अपनी दुनिया नजर आती थी।

आईपैड भी लॉक

मृतक अंजली का आईपैड फिलहाल लॉक है। बताया जा रहा है कि उसे खोलने के लिए कंपनी की सहायता ली जाएगी। आईपैड खुलने के बाद संभावना है कि पुलिस के हाथ अंजली की मौत का खास कारण पता चल सकता है। हालांकि अंजली के भाई व अन्य का कहना है कि उसकी मौत की वजह गेम ही है। वह दिनभर गेम खेलने में लगी रहती थी।

ऐसा है रो ब्लॉक्स गेम

रो ब्लॉक्स ऐसा एक आनलाइन गेम है। जो किसी दूसरी ही दुनिया में आपको ले जाता है। जहां आपको कई खतरनाक टास्क मिलते हैं। उन्हें आपको पूरा करने के आदेश दिये जाते हैं। इस गेम के माध्यम से आपके हजारों दोस्त भी बन जाते हैं।

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इंदौर में नहीं थी खुश

पुलिस की जांच में पता चला कि अंजली विशाखापटनम से इंदौर आने के बाद खुश नहीं थी। उसे विशाखापटनम में अच्छा लगता था। इस कारण वहीं की सहेलियों से बात करती थी। वह घर में भी किसी से बात नहीं करती थी।

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