मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में BJP ने कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया। BJP ने 163, जबकि कांग्रेस ने 66 सीटें जीतीं। सबसे कम मार्जिन से बीजेपी के उम्मीदवार अरुण भीमावद जीते। उन्होंने 28 वोट से जीत दर्ज की। जानते हैं, सबसे कम अंतर वाली 10 बड़ी जीत।
18 साल से लगातार सत्ता में काबिज BJP ने मध्यप्रदेश चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस को पटखनी दी है। बीजेपी को 163, जबकि कांग्रेस को 66 सीटें मिली। BJP उम्मीदवारों ने कांग्रेस प्रत्याशियों को बड़े मार्जिन से हराया। जानते हैं, MP की 10 सबसे बड़ी जीत।
मध्य प्रदेश चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड जीत मिली है। इस बार के चुनाव में कई बड़े उलटफेर हुए हैं। जिसमें कोई लाख से ज्यादा वोटों से जीता है तो किसी को 28 वोट से हार मिली है।
18 साल से लगातार सत्ता में रहने वाली बीजेपी को हराने में कांग्रेस एक बार फिर असफल साबित हुई है। रिजल्ट से पहले जीत के बड़े-बड़े दावे कर रही कांग्रेस की हार के एक नहीं बल्कि कई कारण हैं। आइए डालते हैं कांग्रेस की हार की बड़ी वजहों पर एक नजर।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को BJP के हाथों एक बार फिर करारी शिकस्त मिली है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, जन आक्रोश रैली, कांग्रेस की 11 गारंटी और नारी सम्मान जैसी स्कीम का जादू नहीं चला। आइए जानते हैं कांग्रेस की हार के 10 बड़े कारण
18 साल से सत्ता में होने के बावजूद मप्र की जनता ने BJP पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए प्रचंड बहुमत दिया है। इसकी सबसे बड़ी वजह शिवराज सिंह चौहान की 'लाडली बहना' योजना को दिया जा रहा है। हालांकि, इसके अलावा भी बीजेपी की जीत की कुछ बड़ी वजहें हैं।
बीजेपी एक बार फिर मध्यप्रदेश में सत्ता में प्रचंड बहुमत से आ रही है। लगातार 18 साल से सत्ता में होने के बावजूद बीजेपी को हरा पाना कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। आखिर क्या हैं BJP की जीत की 10 सबसे बड़ी वजहें?
भारतीय जनता पार्टी (BJP) मध्य प्रदेश में बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है। ऐसे में अब हर किसी के मन में सवाल उठ रहा है कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। क्या शिवराज को ही सत्ता सौंपी जाएगी, या फिर कोई नया चेहरा सीएम बनेगा। आइए जानते हैं।
मध्य प्रदेश में जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों के सामने आने के बाद बीजेपी की सत्ता में वापसी को तय माना जा रहा है। इस बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट भी किया है।
2013 में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। लेकिन 2018 में भाजपा ने इस सीट पर कब्जा कर लिया।