वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने लिखा है कि मध्यप्रदेश की राजनीति का दंगल अब तक सर्वोच्च न्यायालय के अखाड़े में खेला जा रहा था। अदालत भी दंगल का मजा ले रही थी। कांग्रेस और भाजपा, अध्यक्ष और राज्यपाल तथा कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान अदालत के सामने द्रौपदी का चीर खींचे चले जा रहे थे। जिस प्रश्न को पांच मिनिट में हल किया जा सकता था, उसे खींचकर घंटों और दिनों का मामला बनाया जा रहा था।