Raisen Bridge Collapse : मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बरेली-पिपरिया मार्ग स्थित 'नयागांव पुल' गिर गया, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं और एक युवक की मौत हो गई। यह पुल 50 साल पुराना बताया जाता है।

मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में उस वक्त बड़ा हादसा हो गया जब बरेली-पिपरिया मार्ग (स्टेट हाईवे) पर स्थित 50 भर भराकर गिर गया। हैरान की बात यह है कि ब्रिज उस समय ढहा जब उसके ऊपर से वाहन गुजर रहे थे। पुल के गिरते ही दो बाइक नीचे जा गिरीं, जिससे एक मजदूर और बाइक सवार चार लोग घायल हो गए। बताया जाता है कि इसमें एक युवक की मौत भी हो गई है।

रायसेन बरेली का यह पुल 50 साल पुराना

दरअसल, बरेली-पिपरिया मार्ग पर बना यह पुल करीब 50 साल पुराना है। जिसकी मरम्मत की जा रही थी, लेकिन इसी बीच यह हादसा हो गया। अब पुल को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। वहीं पुल के ढहने के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लापरवाही के चलते प्रबंधक एए खान को निलंबित कर दिया गया है। वहीं जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जो 7 दिन में विभाग के अफसरों को रिपोर्ट देगी।

मजदूर काम कर रहे थे और गिर गया पुल

वहीं मामले के बारे में बरेली एसडीओपी KS मुकाती ने बताया कि हादसे की खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को बरेली सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद गंभीर लोगों को भोपाल एम्स रेफर कर दिया गया। लेकिन भोपाल एम्स में इलाज के दौरान घायल बाइक सवार देवेंद्र धाकड़ ने दम तोड़ दिया। अधिकारी ने बताया कि पुल की मरम्मत का काम चल रहा था। जिसमें 6 मजदूर काम कर रहे थे, जैसे ही पुल गिरने लगा तो किसी तरह मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन ऊपर से गुजर रहे बाइक सवार नीचे आ गिरे।

मौके पर पहुंचे मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल

पुल गिरने के मामले में क्षेत्र के विधायक और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल पहुंचकर अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। मंत्री ने कहा- मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर घटना में घायल हुए नागरिकों के शीघ्र उपचार हेतु बरेली से लेकर भोपाल तक के अस्पतालों में समुचित व्यवस्था के भी निर्देश दिए हैं।

40 साल पुराने पुल का हो रहा Load Bearing Test

मंत्री ने कहा- यह पुल प्राचीन था, जिसकी मरम्मत का कार्य चल रहा था। घटना की जांच को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। साथ ही NHAI, MPRDC, PWD आदि विभागों को भी विधानसभा क्षेत्र के 40 वर्ष से अधिक पुराने पुलों के Load Bearing Test कराने हेतु निर्देशित किया है, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।