सार
मध्यप्रदेश के रायसेन में दो नाबालिग लड़कों की कुएं में डूबने से मौत हो गई। मां ने जब अपने बच्चों को ऐसी हालत में देखा वह बेहोश हो गई। दो सगे भाइयों की मौत से घर में मातम पसर गया।
रायसेन (Raisen news). मध्य प्रदेश के रायसेन शहर से दिल झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक परिवार के साथ रामनवमी से पहले ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ कि परिवार को जीवनभर का गम दे गया। दरअसल, दो सगे भाइयों की एक कुएं में डूबने से मौत हो गई। घटना के वक्त दोनों बकरी चराने गए थे। मामला भंवरगढ़ का है। गैरतगंज पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घर से बकरी चराने निकले, दोपहर तक नहीं लौटे
भंवरगढ़ के रहने वाले मदन सिंह आदिवासी के दो बेटे प्रियांशु (12 साल) और प्रशांत (14 साल) घर से बकरी चराने के लिए निकले थे। जंगल में जाने के दौरान रास्ते में एक कुआं दिखाई दिया। उन्होंने वहां पर नहाने का फैसला किया और कुएं में कूद गए। दोपहर होने तक दोनों बच्चे घर पर नहीं आए तो मां को चिंता होने लगी। आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि दोनों जंगल की ओर गए थे। उनकी तलाश करते हुए मां भी उधर ही जाने लगी। तभी कुएं के पास बच्चों के कपड़े दिखाई दिए।
कुएं में झांककर देखा तो निकली चीख
कुएं के बाहर कपड़े देख मां को किसी दुर्घटना की आशंका हुई। झांककर देखा तो दोनों लाल पानी में तैर रहे थे। वह जोर-जोर से रोने लगी। उसकी दहाड़ सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। पुलिस को जानकारी देने के साथ दोनों मासूमों के शव को बाहर निकाला।
हॉस्पिटल पहुंचे तो मिली जीवनभर के दुख वाली खबर
बच्चों को तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। घटना के बाद से घर में रोने चीखने की आवाजे आ रही हैं। दो भाइयों के अलावा एक बहन भी है जोकि इस घटना के बाद से लगातार रोए जा रही है। वहीं माता-पिता भी बदहवास हालत में हैं। जहां रामनवमी की खुशियां मनाई जानी थी, वहीं दो बच्चों की एक साथ अर्थी उठी तो ग्रामीणों की आंखे आंसुओं से भर आई।
इसे भी पढ़ें- पुष्कर में होली के जश्न में डूबे थे विदेशी और नेता, तभी हुआ कुछ ऐसा की मची चीख-पुकार...एक गलती पढ़ सकती थी भारी