मध्य प्रदेश के सिवनी में रेड बर्ड एविएशन का ट्रेनी विमान 33 केवी हाई वोल्टेज लाइन से टकराकर आमगांव में क्रैश हुआ। हादसे में पायलट अजित एंथोनी और अशोक छाबड़ा घायल हुए। टक्कर से लाइन कट गई, जिससे आग लगने का खतरा और बड़ा हादसा टल गया।
Trainee Air Craft Crash in Seoni: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में सोमवार 8 दिसंबर को एक ट्रेनी विमान 33 केवी की हाई वोल्टेज लाइन से टकराकर क्रैश हो गया। दुर्घटना शाम करीब साढ़े 6 बजे कुरई विकासखंड के आमगांव में हुई। हादसे में ट्रेनर पायलट अजित एंथोनी और ट्रेनी पायलट अशोक छाबड़ा घायल हो गए। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, विमान जैसे ही हाईवोल्टेज लाइन से टकराया तेज चिंगारी और विस्फोट हुआ। इसके बाद विमान वहीं एक खेत में गिर गया।
रेड बर्ड एविएशन कंपनी का है विमान
सूत्रों के मुताबिक, हादसे का शिकार हुआ ट्रेनी विमान रेड बर्ड एविएशन कंपनी का बताया जा रहा है। यह विमान सुकत्रा हवाई पट्टी से उड़ान भरकर उतरने की तैयारी कर रहा था, तभी उसका एक पंख बादलपार सबस्टेशन से जुड़ी हाई-वोल्टेज लाइन के निचले हिस्से से टकरा गया। इस टक्कर की वजह से लाइन तत्काल कट गई, जिसके वजह से विमान में आग नहीं लगी और एक बड़ा हादसा टल गया।
दुर्घटना से पहले नियंत्रण खो बैठा था विमान
स्थानीय निवासियों के मुताबिक, हादसे से ठीक पहले विमान अपना नियंत्रण पूरी तरह खो बैठा था, जिसके चलते उसके पंखे बिजली के तारों से टकरा गए। हादसे के बाद कुछ लोगों ने वीडियो भी बनाए, जिनमें दुर्घटनाग्रस्त विमान और क्षतिग्रस्त बिजली की लाइन दिख रही है। स्थानीय पुलिस ने दुर्घटना की पुष्टि की है और जांच शुरू कर दी है। घटना के तुरंत बाद बिजली विभाग की एक टेक्निकल टीम भी क्षतिग्रस्त लाइन का मुआयना करने के लिए मौके पर पहुंची। अधिकारियों का कहना है कि कंट्रोल खोने का सही कारण, चाहे वह पायलट की गलती हो, टेक्निकल खराबी हो, या गलत फ्लाइट पाथ हो, जांच के बाद ही पता चलेगा।
हाईवोल्टेज लाइन डैमेज होने से 90 गांव में अंधेरे में डूबे
विमान के टकराने से 33 केवी की हाईवोल्टेज लाइन टूट गई, जिसके चलते आसपास के 90 गांव अंधेरे में डूब गए। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, यह पहली बार नहीं है, जब ट्रेनिंग विमान हादसे का शिकार हुआ है। इससे पहले भी रनवे पर दौड़ते समय 2 ट्रेनिंग विमान पलट चुके हैं। लोगों का कहना है कि नियमित रूप हो रहे ये हादसे कहीं न कहीं गांव वालों की चिंता का कारण बनते जा रहे हैं।


