शख्स ने कैब बुक की और अपने डेस्टिनेशन पर पहुंचने के बाद कार में 80, 000 कैश और सोने की ज्वैलरी भूल गया। ये एक सूटकेस था जो पूरा नोटों से भरा था।
राज्य के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि तीनों के बीच संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के “विवादित हिस्सों” के बारे में केंद्र से बात करने पर सहमति बनी है।
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि उनके पिता और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात के दौरान जीएसटी के कारण नुकसान की भरपाई और पीएमसी बैंक जैसे मुद्दों पर बातचीत की
दरअसल दुपहिया वाहन चलाने वाले फुटपाथ तो क्या कई बार साइड-वॉक एरिया तक पर गाड़ियों दौड़ा लेते हैं। इस समस्या को देख महिला ने ये हिम्मती कदम उठाया। वो सड़क पर बनी फुटपाथ पर जाकर खड़ी हो गई।
बारामती से सांसद सुले शुक्रवार को जब पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं तभी पार्टी नेता दत्ता गोर्डे के समर्थक और पूर्व विधायक भाऊसाहब वागचुरे के समर्थक आमने-सामने हो गए। गोर्डे 2019 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। विरोधी धड़ों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे सुले का भाषण प्रभावित हुआ।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता वारिस पठान की ‘15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे’ वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के भाजपा विधान पार्षद गिरिश व्यास ने कहा कि गुजरात में जो कुछ हुआ उसे उन्हें नहीं भूलना चाहिए
महाराष्ट्र के बीड जिले के पाथरूड गांव ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है
अक्सर बाइक सवार फुटपाथ का दुरुपयोग करते है जिसके चलते कभी-कभी पैदल चलने वालों के साथ दुर्घटना भी हो जाती है। इसी समस्या से लोगों को निजात दिलाने का बीड़ा पुणे की एक बुजुर्ग महिला ने उठाया है।
पत्रकार जब मौके पर वापस जा रहे थे, जहां उन्होने अपना वाहन खड़ा किया था, कि अचानक 10 से 15 लोगों के एक समूह ने उन्हें रोका और कथित तौर पर उन्हें अपशब्द कहे।पीड़ित पत्रकारों में से एक ने बताया कि उनलोगों ने पत्रकारों के साथ धक्का मुक्की भी की।
अदालत ने अपने आदेश में कहा, ' शर्तों के साथ अनुमति दी जाती है। यह केवल कार्यकर्ताओं की बैठक होगी। यह धरना अथवा प्रदर्शन में तब्दील नहीं होना चाहिए। वहां कोई भडकाऊ भाषण नहीं होना चाहिए और वातावरण शांतिपूर्ण बना रहना चाहिए।