सार

मेफेड्रोन की एक और बड़ी खेप पुणे के कुरकुंभ MIDC क्षेत्र में पाई गई। पुणे पुलिस के द्वारा महाराष्ट्र में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की छापेमारी की गई है, जो देश में भी बड़ी छापेमारी मानी जा रही है।

ड्रग्स। दो दिनों तक चले एक बड़े ऑपरेशन में पुलिस ने पुणे और नई दिल्ली में छापेमारी कर 1,100 किलोग्राम प्रतिबंधित दवा मेफेड्रोन (MD) ड्रग्स बरामद की। ड्रग्स की कीमत 2500 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है, जिसे म्याऊं म्याऊं के नाम से भी जानी जाती है।पुलिस के मुताबिक ऑपरेशन पुणे में तीन ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी के साथ शुरू हुआ, जिसके पास 700 किलोग्राम मेफेड्रोन की जब्ती भी हुई।  इन व्यक्तियों से बाद में की गई पूछताछ के बाद दिल्ली के हौज खास इलाके से  400 किलोग्राम सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किया गया।

मेफेड्रोन की एक और बड़ी खेप पुणे के कुरकुंभ MIDC क्षेत्र में पाई गई। पुणे पुलिस के द्वारा महाराष्ट्र में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की छापेमारी की गई है, जो देश में भी बड़ी छापेमारी मानी जा रही है। पुलिस की शुरुआती जांच में पाया गया कि ड्रग्स को कुरकुंभ MIDC क्षेत्र से नई दिल्ली लाने की योजना बनाई जा रही थी।पुलिस ने ऑपरेशन के सिलसिले में पांच लोगों को पकड़ा है, जिनमें तीन कूरियर और दो अन्य शामिल हैं।

पुणे पुलिस आयुक्त ने दी जानकारी

पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को कूरियर बॉय के रूप में अंकित किया। उनके खिलाफ पहले भी अपराध दर्ज हैं। आयुक्त कुमार ने कहा कि पुलिस मामले की पूरी लगन से जांच कर रही है और ड्रग्स के व्यापार के भीतर संभावित संबंधों को खत्म करने के लिए अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। मामले के सिलसिले में हिरासत में लिए गए लोगों में से एक अनिल साबले है, जो पुणे की उस फैक्ट्री का मालिक है, जहां ड्रग्स को रखा गया था। 

साबले को सुबह महाराष्ट्र के ठाणे के डोंबिवली से पकड़ा गया।पुलिस को हिरासत में लिए गए व्यक्तियों और कुख्यात ड्रग तस्कर ललित पाटिल के बीच संभावित संबंध का भी संदेह है। मामले में पाटिल की संलिप्तता की सीमा निर्धारित करने के लिए जांच जारी है।ड्रग तस्करी नेटवर्क पर पुणे पुलिस की कार्रवाई पुणे के एक नमक गोदाम से शुरू हुई। भैरवनगर और विश्रांतवाड़ी इलाकों में छापेमारी में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया और 3.5 करोड़ रुपये मूल्य का मेफेड्रोन जब्त किया गया।

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