भोपाल के छोटा तालाब स्थित खटलापुरा घाट पर शुक्रवार तड़के करीब 4.30 बजे गणेश विसर्जन के दौरान नाव पलटने से हुई 11 युवाओं की मौत ने जिला प्रशासन, नगर निगम, होमगार्ड और आपदा प्रबंधन सभी की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शर्मनाक बात यह है कि सभी डिपार्टमेंट सोशल मीडिया पर अकसर दावा करते रहे कि वे हर घटना-दुर्घटना का सामना करने पूरी तरह मुस्तैद हैं। सभी डिपार्टमेंट का दावा था कि ऐसी घटनाओं को रोकने लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है। लेकिन खटलापुरा घाट पर ऐसी कोई मुस्तैदी नजर नहीं आई। आपदा प्रबंधन के एडीजीपी दिनेश सागर फेसबुक पेज पर अकसर अपनी टीम की मुस्तैदी को लेकर पोस्ट करते रहे। लेकिन इस हादसे ने सभी इंतजामों की पोल खोल दी। जहां यह दुर्घटना हुई, वहां से कुछ ही दूरी पर SDRF और होमगार्ड का दफ्तर है। वहीं नगर निगम का दावा था कि गणेश विसर्जन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। गोताखोरों को तैनात किया गया है। बावजूद हादसा हो गया। मरने वाले लाइफ जैकेट नहीं पहने हुए थे।