मोहाली की विशेष एनआईए अदालत में बब्बर खालसा इंटरनेशनल के चार संदिग्धों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया।
भाजपा के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीपी वत्स ने जब पूरक प्रश्न पूछते समय यह बात कही तो सदन में बैठे सदस्यों के चेहरे पर मुस्कान उभर आयी
मृतक एक समारोह में रात को अपने दोस्तों को यह कहकर निकला था कि वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जा रहा है, जल्द ही वापस आ जाएगा। लेकिन सुबह उसकी सड़क किनारे एक खेत में लाश मिली। वहीं इस मामले को अवैध संबंधों के साथ भी जोड़ा जा रहा है।
अदिति सिंह ने शादी से पहले अपने पिता को याद करते हुए लिखा- एक पिता की सबसे बड़ा सपना उसकी बेटी की शादी करना होता है, पापा आपने अंगद को मेरा सच्चा जीवनसाथी चुना, आज इस खुशी के मौके पर आप नही हैं, आपकी बहुत याद आ रही है।
गैंगस्टर ने लोगों को धमकी देते हुए फेसबुक पर लिखा- जो भी कोई हमारे अहम को ठेस पहुंचाएगा उसका भी यही अंजाम होगा। अभी तो सिर्फ 25 गोलियां चलाई हैं, लेकिन आगे हम 10 गोली भी चला सकते हैं।
पंजाब के संगरूर में आयोजित बुजुर्गों की दौड़ के दौरान एक शॉकिंग मामला सामने आया है। यहां रेस पूरी करते ही एक धावक को दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, परंतु बचाया नहीं जा सका।
बारात निकलने से ठीक एक दिन पहले दूल्हे की मौत का शॉकिंग मामला सामने आया है। दोस्तों की जिद पर पार्टी के उद्देश्य से मंगलवार देर रात खाने-पीने की चीजें लेने बाजार गए दूल्हे की कार लौटते वक्त पेड़ से जा टकराई। जब यह हादसा हुआ, उस वक्त दूल्हा-दुल्हन दोनों के घर पर नाच-गाना चल रहा था।
जरा-सी लापरवाही हंसती-खेलती जिंदगी को कैसे बर्बाद कर देती है, यह हादसा इसका उदाहरण है। शादी के पहले बैचलर पार्टी की तर्ज पर मौजमस्ती करने के मकसद से घर से निकले दोस्तों की कार एक पेड़ से जा टकराई। हादसे में दूल्हे की जान चली गई।
गुरुग्राम/नई दिल्ली. हम सभी जानते हैं कि भारतीय समाज में आज भी लड़कियों को पढ़ने-लिखने और अपनी मन मर्जी से कुछ करने की आजादी नहीं है। देश के पिछड़े इलाकों में तो लड़कियां घर से बाहर नहीं निकल सकतीं, स्कूल नहीं जा सकती। पर अब 21वीं सदी में धीरे-धीरे बदलाव आने शुरू हो गए हैं। ये बदलाव किसी एक की वजह से नहीं बल्कि हर क्षेत्र में लड़कियों के पूरे जोश और जुनून से कदम बढ़ने से आए हैं। ऐसे ही अब लड़कियां किसी चीज में पीछे नहीं हैं चाहे वो एक ड्राइवर का ही काम क्यों न हो।
पंजाब के संगरूर में पेशाब पीने के लिए मजबूर किये जाने तथा बेरहमी से की गयी पिटायी से हुई मौत के चार दिन बाद एक दलित व्यक्ति का उसके पैतृक गांव चंगालीवाला में अंतिम संस्कार किया गया।