सार

हत्या और मॉब लिंचिंग के लिए के फेमस राजस्थान के अलवर से एक शानदार खबर सामने आई है। जहां एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल का तबादला होने पर बच्चों को इतना दुख हुआ कि वह रोने तक लग गए। छात्रों ने टीचर के लिए एक शानदर विदाई दी।

अलवर (राजस्थान). अक्सर राजस्थान में हमने ऐसी खबरें की पड़ी है कि टीचर की पिटाई से बच्चा घायल हो गया या किसी बच्चे की मौत हो गई। लेकिन ऐसी खबरों के बीच राजस्थान में एक ऐसी मानवीय खबर आई है जहां 1 सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल का तबादला होने पर बच्चों को इतना दुख हुआ कि वह रोने तक लग गए।

स्टूडेंट्स ने टीचर को डीजे के साथ विदाई दी...

दरअसल अलवर जिले के श्रीकृष्ण नगर के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल दिनेश कुमार का तबादला 28 दिसंबर को अलवर के बहरोड़ में हो गया। इसके बाद अब दिनेश कुमार यादव यहां से रिलीव हुए तो उन्हें डीजे के साथ विदाई दी गई। स्टूडेंट्स को टीचर से इतना ज्यादा लगाव था कि बच्चे उनकी विदाई पर रोने लगे। इतना ही नहीं स्कूल के बाकी टीचर और संत भी उनकी विदाई पर रोने लगे।

टीचर ऐसे कि मजदूर बनकर स्कूल में पेंट भी करने लग जाते

दिनेश कुमार की 2019 में पोस्टिंग इस स्कूल में हुई थी। इसके बाद से वह लगातार स्कूल और बच्चों के विकास में लग गए। पहले तो उन्होंने भामाशाह के सहयोग से सवा करोड रुपए की लागत से स्कूल में 7 कमरे बनवाए। इसके बाद स्कूल की दीवार से लेकर हर एक पत्थर को रंगा। दिनेश कुमार के कार्यकाल में स्कूल का रिजल्ट 20 ऑफिस दे रहा। बच्चों को मारना पीटना तो बहुत दूर चली किसी टीचर ने डांटा तक नहीं। प्रिंसिपल स्कूल को लेकर इतने गंभीर थे कि वह मजदूर बनकर स्कूल में पेंट भी करने लग जाते।

कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई के लिए बनाया था ऐप

कोरोना महामारी आई तो प्रिंसिपल ने बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब नहीं हो इसके लिए एक ऐप भी बनवाया इसके जरिए स्टाफ ने बच्चों को पढ़ाया। 15 साल पहले थर्ड ग्रेड टीचर के रूप में नौकरी लगने वाले दिनेश कुमार 15 साल में प्रिंसिपल के पद पर आ गए।