सार
राजस्थान में चुनावी साल चल रहा है। ऐसे में सीएम अशोक गहलोत एक के बाद एक फैसला ले रहे हैं। लेकिन प्रदेश में 19 अन्य जिला बनाने का फैसला कर सबको चौंका दिया है। अब सवाल खड़ा हो रहा है कि नए राजस्थान की राजधानी कौन सी होगी।
जयपुर. नया राजस्थान बना दिया मुख्यमंत्री गहलोत ने। आजादी के बाद राजस्थान में दूसरा सबसे बड़ा बदलाव कर दिया और विरोधियों के छक्के छुड़ा दिए। इस बदलाव के बाद अब राजस्थान की जनता के मुंह पर एक ही सबसे बड़ा सवाल है कि अब नए राजस्थान की नई राजधानी कौन सी होगी। सरकार ने सीधे तौर पर तो इसका कोई जवाब नहीं दिया लेकिन सरकार के अधिकारियों और मंत्रियों का कहना है कि जहां से सरकार चलती है वही नई राजधानी होगी, हांलाकि अंतिम फैसला सीएम गहलोत करेंगे।
अब देश का तीसरा सबसे बड़ा स्टेट बन गया राजस्थान
राजस्थान में नए जिलों की घोषणा के बाद अब कुल जिलों की संख्या पचास हो गई है। देश का तीसरा सबसे बड़ा स्टेट अब राजस्थान हो गया है। जयपुर जो कि राजधानी थी उसके भी चार टुकड़े कर दिए गए। इनमें जयपुर नोर्थ, जयपुर साउथ, दूदू और कोटपूतली जिले बना दिए गए। जयपुर जिले की ही जनसंख्या करीब सत्तर लाख से ज्यादा है। प्रदेश के सबसे बड़े जिलों में जयपुर सबसे उपर था लेकिन अब टुकड़े हो गए हैं। इसके बाद अब ये सवाल पैदा होता है कि राजस्थान की सरकार जहां से स्टेट चलाती है वह जगह नई राजधानी घोषित की जा सकती है।
प्रदेश में सबसे बड़ा सवाल-क्या होगी राजस्थान की राजधानी?
दरअसल जयपुर के साउथ इलाके में विधानसभा, सचिवालय, पुलिस मुख्यालय, मेडिकल डायरेक्ट्रेट और अन्य बड़े सरकारी दफ्तर हैं। जहां से ही राजस्थान को ऑपरेट किया जाता है। यानि मंत्री और बड़े अफसर यहीं बैठते हैं। यहीं से पूरा स्टेट ऑपरेट किया जाता है। इसी कारण अब इसी इलाके को नई राजधानी घोषित किया जा सकता है। हांलाकि इसके लिए पूरी तैयारी की जाएगी और उसके बाद अंतिम फैसला सरकार की ओर से ही लिया जाएगा। फिलहाल राजधानी का सवाल ही सबसे बड़ा है प्रदेश में......।