सार

दुनिया जमीन से चांद तक पहुंच गई, लेकिन अभी भी लड़का और लड़कियो में भेदभाव किया जाता है। राजस्थान के बाडमेर में 2 बहनें दुल्हन बनीं और घोड़ी चढ़ीं तो समाज के लोगो ने परिवार के लिए तालिबानी फरमान सुनाकर समाज से बाहर निकाल दिया, साथ ही जुर्माना भी लगया।

बाड़मेर. खबर राजस्थान के बाड़मेर जिले से हैं । बाड़मेर जिले मैं रहने वाले एक युवक ने अपनी दो बहनों की शादी की । दोनों बहनों की शादी करने से पहले उसने उनकी बिंदोरी घोड़ी पर निकाली ताकि लड़का और लड़की का भेदभाव खत्म हो सके।  समाज के लोगों ने इस पहल को सराहा लेकिन पंच पटेलों को यह बहुत बुरा लगा और उन्होंने अब घोड़ी पर बिंदोरी निकालने वाले परिवार को समाज से बाहर निकाल दिया।  उनके ऊपर जुर्माना लगा दिया वह अलग । उनके ऊपर कई बंदिशें लगा दी गई है । पीड़ित परिवार ने अब पुलिस की शरण ली है और पंच पटेलों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है ।

दुल्हन के परिवार को समाज से बेदखल कर दिया

मामले की जांच पड़ताल कर रही पुलिस ने बताया कि सिवाना कस्बे के मेली गांव का यह पूरा मामला है । गांव में रहने वाले शंकर मेघवाल नाम के युवक ने अपनी दो बहनों की शादी 6 फरवरी को की थी।  शादी से पहले दोनों बहनों की बिंदोरी घोड़ी पर निकाली गई थी । सबसे बड़ी बात यह है कि समाज ने शंकर की इस पहल को सराहा था,  लेकिन अब करीब 2 महीने बीत जाने के बाद गांव के पंच पटेलों ने इस मामले में शंकर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उसे समाज से बेदखल कर दिया और ₹50000 का जुर्माना और लगाया है ।

खाप पंचायत के अत्याचार के बाद पुलिस की शरण में पीड़ित

शंकर को भरी पंचायत में बेइज्जत भी किया गया,  साथ ही उसे गांव से निकलने के आदेश भी दे दिए गए हैं । शंकर ने जब पंच पटेलों के आगे हाथ पैर जोड़े तो उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी बाद में वह पुलिस की शरण में गया। सिवाना थाना पुलिस ने खाप पंचायत के पटेलों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी की तैयारी की जा रही है। फिलहाल वे लोग फरार हैं।

खाप पंचायत के तुगलकी फरमान से पूरा इलाका दुखी

उल्लेखनीय है कि राजस्थान के कई गांवों में आज भी अन्य समाज के लोग दलित युवक और युवतियों को घोड़ी पर नहीं बैठने देते हैं, जबकि बाड़मेर में अन्य समाज के लोगों ने किसी तरह की कोई परेशानी खड़ी नहीं की । लेकिन दलित समाज के लोगों ने ही दलित समाज के युवक के खिलाफ फरमान सुना दिया। खाप पंचायत के तुगलकी फरमान से समाज के अन्य लोग भी परेशान हैं।