सार

राजस्थान की बीजेपी सरकार ने राज्य की पॉपुलर स्कीम का नाम बदल दिया है। कांग्रेस सरकार में जिस योजना को इंदिरा रसोई के नाम से जाना जाता था, वह अब श्रीअन्नपूर्णा रसोई योजना के नाम से जानी जाएगी।

 

Rajasthan BJP Govt. राजस्थान की बीजेपी सरकार ने इंदिरा रसोई योजना का नाम बदलकर श्रीअन्नपूर्णा रसोई योजना कर दिया है। कांग्रेस की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने जोर-शोर से इस योजना का प्रचार किया था। वहीं, बीजेपी के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्कीम का नाम बदलने पर मुहर लगा दी और अब इसे श्रीअन्नपूर्णा रसोई योजना के नाम से जाना जाएगा। इस योजना के तहत गरीबों को 8 रुपए में एक थाली भोजन दिया जाता है।

श्रीअन्नपूर्णा रसोई योजना राजस्थान

सस्ते दाम पर भोजन उपलब्ध कराने की यह योजना अशोक गहलोत की सरकार में लांच की गई थी। राज्य सरकार ने न सिर्फ इसका नाम बदला है बल्कि इस आने वाले खर्च को बढ़ा दिया गया है। पहले प्रति प्लेट 17 रुपए सरकार देती थी और अब इसे बढ़ाकर 22 रुपए कर दिया गया है। जबकि लाभार्थी को यह थाली अभी भी सिर्फ 8 रुपए में ही मिलेगी। इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। राज्य की भजनलाल सरकार ने होर्डिंग से भी नाम बदलने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा ऑनलाइन भी इस स्कीम का चेंज किया जा रहा है। अगस्त 2020 में यह स्कीम लांच की गई थी, जिसमें लाभार्थी को 8 रुपए में एक थाली भोजन दिया जाता है। योजना का उद्देश्य यह है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोने पाए।

राजस्थान सरकार में बांटे गए विभाग

राजस्थान की बीजेपी सरकार ने मंत्रियों के विभागों का बंटवारा दो दिन पहले ही कर दिया। इसके अनुसार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पास ही गृह मंत्रालय रहेगा। डिप्टी सीएम दिया कुमारी के पास वित्त मंत्रालय, पर्यटन, कला साहित्य, सार्वजनिक निर्माण, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल अधिकारिता विभाग है। वहीं दूसरे डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा के पास तकनीकी शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, आयुर्वेद योग और प्राकृतिक चिकित्सा जैसे विभाग हैं।

यह भी पढ़ें

मध्य प्रदेश: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने CM मोहन यादव को दिया सनातन भूषण सम्मान