सार
भरतपुर में एक सरकारी स्कूल में अध्यापकों के लिए रखे कैंपर से पानी पीने पर शिक्षक ने दलित छात्र को लात-घूंसे और डंडे पीट दिया। छात्र की पीठ में काफी चोट आई है। परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
भरतपुर। जालोर में एक सरकारी स्कूल में मटके से पानी पी लेने पर एक शिक्षक ने दलित छात्र की पिटाई कर दी थी। इस मामले में काफी बवाल भी हुआ था। अब ऐसा ही एक मामला भरतपुर जिले में भी सामने आया है। यहां एक सरकारी स्कूल में 7वीं कक्षा के दलित छात्र ने शिक्षकों के लिए रखे कैंपर से पानी पीने पर एक शिक्षक ने डंडे से पीटा। बच्चे की पीठ पर पिटाई के निशान भी दिख रहे हैं।
जिले के बयाना थाना इलाके में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में रोजना की तरह सुबह 7वीं कक्षा में पढ़ने वाला एक दलित छात्र स्कूल पहुंचा तो उसे प्यास लग गई। वह स्कूल में लगी पानी की टंकी पर गया था वह खाली थी। छात्र को तेज प्यास लगी थी ऐसे में उसने कॉरिडोर में शिक्षकों के लिए रखा कैंपर देखा तो उससे ही पानी निकालकर पी लिया।
छात्र पर फूटा अध्यापक का गुस्सा
छात्र के अध्यापकों के लिए रखे मटके से पानी पीने की खबर जब शिक्षक गंगाराम गुर्जर को भी मिली। इसपर उन्होंने छात्र को बुलाकर कई थप्पड़ लगाए। इतने पर भी मन नहीं भरा तो छात्र की लात-घूंसों और डंडे से पिटाई कर दी। छात्र की पीठ पर पिटाई के गहरे निशान पड़ गए थे।
छात्र ने घर जाकर परिजनों के बताया तो वे भड़क गए। अगले दिन काफी संख्या में गांव के लोग स्कूल पहुंच गए और अध्यापक गंगाराम गुर्जर को घेर लिया। जानकारी पर पुलिस भी पहुंच गई। इस दौरान लोगों ने अध्यापक से धक्कामुक्की शुरू कर दी। पुलिस भीड़ से छुड़ाकर शिक्षक को थाने ले गई।
छात्र का दर्ज किया गया बयान
छात्र की ओर से दिए गए बयान में उसने बताया कि क्लासरूम में झाड़ू लगाने के बाद प्यास लग गई थी। पानी की टंकी खाली तो अध्यापकों के लिए रखे कैंपर से ही पानी पी लिया था। शिक्षक गंगाराम को पता चला तो उन्होंने हम सभी से जाति पूछी। हमने बताया तो फिर उन्होंने हमारी पिटाई शुरू कर दी। डंडे से मेरी पीट पर भी कई बार मारा जिससे चोट भी लग गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।