सार

जोधपुर में स्थित इश्किया गजानन मंदिर प्रेमियों के लिए जाना जाता है। माना जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई प्रेम की मुराद पूरी होती है, जिसके चलते इस 100 साल पुराने मंदिर में हर दिन युवाओं का तांता लगा रहता है।

गणेश चर्तुथी 2024: आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दौरान भगवान गणेश की पूजा की जाती है। हालांकि, ये पर्व मुख्यतः महाराष्ट्र में मनाया जाता है। लेकिन इसकी चमक देश के हर हिस्से में देखने को मिलती है। आज हम आपको गणेश भगवान की एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जहां लोग मनचाहे प्यार के लिए मन्नत मांगने जाते हैं और पूरी भी होती है। इस मंदिर को इश्किया गजानन के रूप में जाना जाता है, जो राजस्थान के की सूर्य नगरी यानी जोधपुर में स्थित है।

इश्किया गजानन (Ishqiya Gajanan Temple) मंदिर में हर प्रेमी की मुराद होती है। यहां हर दिन मोहब्बत का मेला लगता है, जहां प्यार में असफल लोग आते हैं और मन्नत मांगते हैं। ये मंदिर 100 साल पुराना है। ये जोधपुर के परकोटे के भीतर आडा बाजार जूनी मंडी में बना हुआ है। बता दें कि पहले मंदिर का नाम गुरु गणपति था। लेकिन धीरे-धीरे यहां युवा जोड़ों को जमावड़ा लगने लगा और उनके द्वारा मांगी हुई मुराद भी पूरी होती गई। तब से इसका नाम इश्किया गजानन मंदिर पड़ गया।

हर बुधवार को इश्किया गजानन मंदिर में लगता है भक्तों का तांता

इश्किया गजानन मंदिर में हर बुधवार को भक्तों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिलती है। इस दिन ये सुबह 5 से दोपहर 12 बजे और शाम 5.30 से रात 9 बजे भक्तों के दर्शन के लिए खुली रहती है। रिपोर्ट के मुताबिक महाराजा मानसिंह के टाइम एक तालाब की खुदाई के दौरान ही गणेश जी की मूर्ति मिली थी। इसके बाद इसे जूनी मंडी में बने एक चबूतरे पर दिया गया। तब से ये मंदिर लोगों के आस्था का प्रतीक बन गया है।

ये भी पढ़ें: राजस्थान के 5 सबसे बड़े गणेश मंदिर, यहां हाथ जोड़ने मात्र से पूरी हो जाती है मुराद