सार
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में श्रीनाजी मंदिर जा रहा परिवार हादसे का शिकार हो गया। घटना में परिवार के चार लोगों की मौत हो गई जबकि एक तीन साल की बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है। आज घर से एक साथ चार चिताएं उठीं तो लोगों का कलेजा कांप उठा।
भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन के लिए जाते समय अचानक टायर फटने से अनिंयत्रित गाड़ी ट्रक में जा घुसी थी। हादसे में अजमेर के रहने वाले परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। हादसे में परिवार में केवल तीन साल की एक बच्ची ही बची जो फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। एक साथ घर से चार चिताएं उठीं तो हर किसी की आंखों से आंसू छलक उठे।
माता-पिता, बेटा-बहू सभी की गई जान
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि घटना में राधेश्याम खंडेलवाल और उनकी पत्नी शकुंतला देवी, बेटा मनीष और बहू यशिका की मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना में केवल मनीष और यशिका की 3 साल की बेटी ही सुरक्षित थी जिसका भी फिलहाल इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद घर पर जुटे नाते-रिश्तेदार सभी स्तब्ध हैं।
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जन्माष्टमी पर घर में होना था कीर्तन
राधेश्याम की पत्नी शकुंतला देवी को भगवान श्री कृष्ण में गहरी आस्था थी। वह अपने साथ हमेशा लड्डू गोपाल को भी रखती थीं लेकिन जब वह भगवान श्रीनाथ के दर्शन करने के लिए जा रही थी तो वह अपने लड्डू गोपाल को पास में स्थित मंदिर के पुजारी को देकर गई और कहा था कि लड्डू गोपाल को संभाल कर रखिएगा। जब लौटकर आऊंगी तो जन्माष्टमी पर कीर्तन करवाऊंगी।
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एक साथ उठी चार चिताएं
इसके बाद पूरा परिवार श्रीनाथ जी मंदिर दर्शन के लिए निकल गया। परिवार को पता नहीं था कि यह सफर उनका आखिरी सफर होगा। आज जन्माष्टमी पर जिस घऱ में कीर्तन गूंजने वाला था वहां मातम के स्वर सुनाई दे रहे थे। वहीं अस्पताल में 3 साल की मासूम को पता तक नहीं कि उसने अपने माता-पिता और दादा-दादी को खो दिया है। फिलहाल उसकी बुआ हॉस्पिटल में उसकी देखभाल कर रही है। घटना में मृत चारों लोगों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ चार चिताएं जलती देख हर किसी की आंखें नम हो जा रही थीं।