सार
जयपुर नगर निगम हैरिटेज में कांग्रेस पार्टी से मेयर मुनेश गुर्जर के बेटे का वीडियो वायरल होने के बाद उनकी मेयरशिप फिर चली गई है। सरकार ने उनको मेयर पद से हटा दिया है। इसके साथ ही मुनेश को पार्षद पद से भी हटा दिया गया है।
जयपुर। जयपुर नगर निगम हैरिटेज की कांग्रेस पार्टी से मेयर मुनेश गुर्जर को सरकार ने डबल झटका दिया है। उनको मेयर पद से सस्पेंड करने के बाद अब पार्षद पद से भी बर्खास्त कर दिया गया है। 23 अगस्त को ही कोर्ट की दखल के बाद अपना सस्पेंशन रद्द कराने के बाद वह पद पर वापस लौटी थीं। मेयर की कुर्सी संभालने के बाद ही उन्होंने निगम के अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
अब शुक्रवार को मेयर मुनेश गुर्जर के 14 साल के बेटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होते ही शुक्रवार रात ही उनकी मेयरशिप चली गई। मेयर अब कोर्ट की शरण में न जा सकें इसके लिए भी सरकार इंतजाम कर रही है।
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कोर्ट के आदेश पर मिली थी मेयरशिप
दरअसल यह पूरा मामला जयपुर नगर निगम हैरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर से जुड़ा हुआ है। पिछले महीने मुुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को दो लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में एसीबी ने पकड़ा था। ये रिश्वत मकानों के पट्टे जारी करने के नाम पर ली गई थी। इसके बाद सरकार ने मेयर मुनेश गुर्जर को इसलिए सस्पेंड कर दिया था क्योंकि सरकार को डर था कि मेयर अपने पद पर रहते हुए पति को बचाने की कोशिश कर सकती हैं। मेयर मुनेश गुर्जर ने इस सरकारी फैसले को कोर्ट में चुनौती दी और अदालत के आदेश पर उनको उनकी मेयरशिप वापस लौटा दी गई थी।
वायरल वीडियो ने बेटे ने मंत्री प्रताप सिंह का नाम लिया
अब शुक्रवार को मेयर के 14 साल के बेटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया है। बेटे ने उसमें कहा कि मेरे मम्मी-पापा को सरकार के दो मंत्रियों ने और उनके साथियों ने फंसाया है। वीडियो में मंत्री प्रताप सिंह का नाम भी लिया गया है। बेटे ने अपनी मां और पिता के लिए कहा कि वे बेकसूर हैं, उनको बदनाम किया जा रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब सरकार ने कल रात फिर से उनको मेयरशिप से सस्पेंड कर दिया गया। और तो और आज सवेरे उनका पार्षद पद भी छीन लिया गया है।