सार

राजस्थान के जयपुर शहर से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे पढ़कर आपको लगेगा की ये कहानी तो फिल्मी है। लेकिन ये एक सच्ची घटना है, जहां दो जुड़वा भाई एक साथ पैदा हुए साथ खेले-पढ़े और अब एक साथ ही दोनो की लगी सरकारी नौकरी।

जयपुर (jaipur). कहते हैं किस्मत जिस पर मेहरबान होती है वह नए कीर्तिमान बना देता है। जयपुर के बस्सी कस्बे में स्थित चरणवास गांव में रहने वाले इन दोनों भाइयों की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। किस्मत की ही बात है कि दोनों एक साथ पैदा हुए , एक ही स्कूल में गए, एक ही जैसे नंबर पाए और अब एक ही साथ दोनों की सरकारी नौकरी लग गई। यह अजूबा बस्सी कस्बे में स्थित चरणवास गांव का है।

एक बच्चे के जन्म के मना रहे थे खुशी, पता चला एक और भाई आ गया

चरणवास गांव में रहने वाले जयराम मीणा बताते हैं कि 18 अप्रैल 2002 को पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। अस्पताल पहुंचे तो एक बेटे का जन्म हुआ। परिवार खुशी मना ही रहा था कि तुरंत ही दूसरा भी दुनिया में आ गया। पहले का नाम अजय रखा गया और दूसरे का नाम विजय। उसके बाद दोनों की परवरिश एक साथ हुई।

एक साथ स्टडी कर बढ़ते गए दोनो भाई साथ

एक ही स्कूल में एक ही दिन एक ही कक्षा में दोनों का एडमिशन कराया गया। पढ़ाई में दोनों शुरू से होशियार रहें। दसवीं में दोनों के समान नंबर आए। दोनों को 56. 33 और 56. 33% मिले। उसके बाद दोनों ने साथ ही आईटीआई में प्रवेश लिया और एक साथ आगे बढ़ते गए। आईटीआई में अजय को 75. 14 और विजय को 75. 39 नंबर मिले .

दोनो भाईयों की एक साथ लगी सरकारी नौकरी

अब बात सरकारी नौकरी की करें तो अजय और विजय ने जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में हेल्पर के पद के लिए एक साथ फॉर्म भरा था। महाशिवरात्रि पर परिणाम आया तो अंतिम सूची में दोनों भाइयों का नाम ऊपर नीचे आया। परिवार ने कहा कि शिवजी की महिमा से दोनों बच्चे सरकारी नौकरी लग गए। अजय और विजय हमशक्ल है दोनों की शक्ल लगभग एक जैसी ही है।

दोनो भाई इतने समान दिखते है कि लोग भी खा जाते है धोखा

परिवार के लोग और रिश्तेदार अक्सर धोखा खा जाते हैं। दोनों की आदतें भी एक जैसी ही है। परिवार का कहना है कि दोनों साथ ही आगे बढ़ते रहें इससे ज्यादा किसी परिवार को और क्या चाहिए। अब ऐसा घर तलाशने की कोशिश कर रहे हैं जहां दोनों बहने एक जैसी हो और दोनों भाइयों की शादी वहां कर दी जाए। हालांकि अभी दोनों कम उम्र के हैं, लेकिन भविष्य देखना माता पिता का फर्ज है।