सार
देश के पीएम नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को राजस्थान के भीलवाड़ा शहर के असींद कस्बे में पहुंचने वाले है। इसके चलते उनके स्वागत की तैयारियां पूरी हो चुकी है। मीटिंग स्थान के पास करीब 300 मीटर दूर ही हेलीपैड बनाया गया है। जानिए पूरे कार्यक्रम का शेड्यूल।
जयपुर ( jaipur). देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के आसींद कस्बे में आ रहे हैं। यहां वह भगवान देवनारायण के 1111 प्रकट उत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान सबसे पहले तो वह एक यज्ञ में पूर्णाहुति देंगे। इसके बाद वह एक बड़ी सभा को संबोधित करने वाले हैं। इस सभा के लिए आसींद के देवनारायण मंदिर के पास लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है।
पूरी हो चुकी है सभी तैयारियां
सभा के लिए एक बड़ा डेढ़ लाख लोगों की क्षमता वाला टेंट लगाया गया है। भाजपा नेताओं के मुताबिक यहां एक लाख से ज्यादा लोग इस सभा में शामिल होने वाले हैं। वही सभा स्थल से करीब 300 मीटर दूर ही हेलीपैड बनाया गया है। इस हेलीपैड पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर उतरेगा। प्रधानमंत्री मोदी के आने जाने के लिए अलग से एक रास्ता भी तैयार किया गया है। इस सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान देवनारायण के प्रति अपना संदेश लोगों के सामने व्यक्त करेंगे।
कर सकते है कोरिडोर की घोषणा
वहीं जानकारों की माने तो मध्यप्रदेश के महाकाल कोरिडोर की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को यहां देवनारायण कोरिडोर बनाने की घोषणा कर सकते हैं। इसके लिए पुरातत्व सर्वेक्षण की कई टीमें यहां आई हुई है। जो कई चीजों का अवलोकन कर रही है। हालांकि अभी तक इस पर कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है कि भगवान देवनारायण कोरिडोर की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को यहां कर सकते हैं।
राजनीतिक गलियारों में हो रही ये चर्चा
वहीं दूसरी तरफ से राजनीतिक जानकारों की मानें तो प्रधानमंत्री का यह पूरा दौरा आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है। और यदि भगवान देवनारायण कोरिडोर की घोषणा भी की जाती है तो वह भी एक लोक लुभावनी घोषणा होगी क्योंकि राजस्थान में करीब विधानसभा चुनाव में 75 सीट ऐसी है जिन पर गुर्जर वोट प्रभाव डालते हैं। गुर्जरों के लोक देवता ही भगवान देवनारायण है। ऐसे में इस घोषणा और कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के गुर्जर वोट बैंक को अपने खेमे में डालने की कोशिश कर रही है।