सार
jhunjhunu News : राजस्थान पुलिस में उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 में आए दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब एसओजी ने एसआई भर्ती परीक्षा में टॉप करने वाली थानेदार मोनिका जाट को गिरफ्तार किया है।।
जयपुर. राजस्थान पुलिस में उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 (Rajasthan SI Recruitment Exam 2021 Paper Leak Case) में हुई नकल के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (Special Operations Group) ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। एसओजी ने प्रोबेशनर एसआई मोनिका जाट (topper monika jaat arrested) को गिरफ्तार किया है, जिस पर परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिए नकल करने का आरोप है।
एसआई भर्ती परीक्षा के पेपर का15 लाख में किया था सौदा
एसओजी के अनुसार, मोनिका ने पौरव कालेर गैंग से 15 लाख रुपये में नकल का सौदा किया था। परीक्षा के दौरान, उसे ब्लूटूथ के माध्यम से प्रश्नों के उत्तर बताए गए, जिससे उसने हिंदी विषय में 200 में से 184 और सामान्य ज्ञान में 161 अंक प्राप्त किए। मेरिट में उसकी 34वीं रैंक आई।
एसआई मोनिका को झुंझुनू जिले में हुई थी पहली पोस्टिंग
पुलिस लाइन में ज्वाइन करते ही गिरफ्तारी एसआई मोनिका को झुंझुनू जिला आवंटित हुआ था। जैसे ही उसने झुंझुनू पुलिस लाइन में ज्वाइन किया, एसओजी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि मोनिका मूल रूप से झुंझुनू के सुल्तानपुर की रहने वाली है और वर्तमान में सीकर जिले के तारपुरा में रह रही थी।
मोनिका ने अजमेर केंद्र पर परीक्षा दी थी
ब्लूटूथ से नकल, हिंदी में उत्कृष्ट अंक एसओजी की जांच में सामने आया है कि मोनिका ने 15 सितंबर 2021 को अजमेर में एक केंद्र पर परीक्षा दी थी। पौरव कालेर ने उसे दोनों पारियों में ब्लूटूथ के जरिए पेपर पढ़कर नकल करवाई थी। मोनिका को हिंदी विषय में 184 अंक मिले, जबकि सामान्य ज्ञान में 161 अंक। इंटरव्यू में उसे 15 अंक मिले, जिससे उसकी मेरिट में 34वीं रैंक आई।
मोनिका राजस्थान पुलिस अकादमी से फरार हो गई थी
- पौरव कालेर की गिरफ्तारी के बाद फरार जब एसओजी ने नकल गिरोह के सरगना पौरव कालेर को गिरफ्तार किया, तो मोनिका राजस्थान पुलिस अकादमी से फरार हो गई थी। बाद में, जब उसने झुंझुनू पुलिस लाइन में ज्वाइन किया, तो एसओजी को इसकी सूचना मिली और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
- एसओजी अब मोनिका से पूछताछ कर रही है ताकि इस मामले में और जानकारी जुटाई जा सके। एसओजी यह भी जांच कर रही है कि इस नकल गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं। यह घटना राजस्थान की प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल के बढ़ते मामलों को उजागर करती है।