सार
डीग. राजस्थान के डीग जिले के कामां क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने कूड़े के ढेर पर एक बच्चे को जन्म दिया। जन्म देने वाली महिला के साथ पहले से एक लड़का और एक लड़की थी। जब आसपास के लोगों ने महिला को दर्द से कहराते हुए देखा तो उसकी मदद की।
दर्दभरी है प्रसूता साहुनी की कहानी
फिलहाल महिला और उसके नवजात बच्चे दोनों को ही इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। महिला ने बताया कि उसका नाम साहुनी है और उसके पति का नाम जाकिर है जो घाटी खानपुर से यहां पर आई। महिला अभी तक यह नहीं बता पा रही है कि वह यहां तक कैसे पहुंची और उसके परिवार के लोग वर्तमान में कहां है।
वकील की पत्नी ने अखबार के टुकड़े और घासफूस पर कराई डिलेवरी
महिला की मदद करने वाले एडवोकेट संजय कुमार ने बताया कि वह 5 बजे अपनी पत्नी के साथ बहन को छोड़ने चौराहे की तरफ गए थे। जहां हमने देखा कि एक महिला जोर-जोर से रो रही थी। जब पास जाकर देखा तो पता चला कि महिला प्रसव पीड़ा से परेशान हो रही है। एडवोकेट संजय की पत्नी ने उसके बाद महिला की मदद की और अखबार के टुकड़े और घासफूस के जरिए महिला की डिलीवरी करवाई।
वकील ने बताया प्रशासन का वो काला सच
एडवोकेट संजय ने बताया कि जब हमने इलाज के लिए एंबुलेंस को बुलाने की सोची तो एंबुलेंस को कॉल भी किया लेकिन एंबुलेंस के स्टाफ के द्वारा हमारा फोन रिसीव नहीं किया गया। इसके बाद मैंने अपने दोस्त हरिओम मीणा को घटना के बारे में बताया तो उसने एंबुलेंस बुलवाई और इसके बाद महिला और उसके नवजात बच्चे को अस्पताल लेकर गए।
महिला के साथ नहीं था परिवार का कोई भी सदस्य
राजस्थान में इस तरह का यह पहला कोई मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। फिलहाल अभी कई सामाजिक संगठन अपने स्तर पर महिला के परिवार का पता लगाने में जुटे हुए हैं। परिवार का पता लगने के बाद महिला को परिवार के पास छोड़ दिया जाएगा।
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