सार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी मंत्री के खिलाफ भीलवाड़ा में 5 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भीलवाड़ा। जिले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले मंत्री रामलाल जाट समेत पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। रामलाल जाट राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हैं। धोखाधड़ी का यह मामला 5 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का बताया जा रहा है। यहां माइंस कारोबारी परमेश्वर ने मंत्री पर मुकदमा दर्ज कराया है। जिले की करेड़ा थाना पुलिस केस की जांच कर रही है।
कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज
पहले तो पुलिस ने यह मुकदमा दर्ज करने से ही इनकार कर दिया था। बाद में जब कारोबारी परमेश्वर कोर्ट की शरण में गए तो अदालत के आदेश के बाद भीलवाड़ा जिले की करेड़ा थाना पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
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माइंस कारोबारी ने दर्ज कराया केस
माइंस कारोबारी परमेश्वर का कहना है कि ग्रेनाइट की माइंस में 50% की हिस्सेदारी देने का दोनों पार्टियों के बीच में करार हुआ था। रामलाल जाट ने उनके छोटे भाई और छोटे भाई की पत्नी को 50% हिस्सा देने के लिए कहा था। इसके एवज में 5 करोड़ रुपए दिए जाने थे, लेकिन कागजी कार्रवाई पूरी हो जाने के बावजूद अभी तक 5 करोड़ रुपए नहीं दिए गए हैं।
मंत्री समेत पांच लोगों पर केस
करेड़ा थाना में जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, उनमें मंत्री रामलाल जाट, सूरज जाट, महिपाल जाट समेत पांच लोग शामिल हैं। परमेश्वर ने पुलिस को बताया कि करेड़ा थाना इलाके में जो ग्रेनाइट की माइंस है वह उसके प्रोपराइटर हैं। इस माइंस में 50 फ़ीसदी की हिस्सेदारी को लेकर रामलाल जाट से बातचीत हुई थी और इसके बाद 50% शेयर उन्हें दे दिए गए थे।
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पांच करोड़ की माइंस को 2 करोड़ की बताया
शेयर देने के बाद भी रामलाल जाट ने रुपये नहीं दिए। उन्होंने कहा था कि 2 करोड़ रुपए में माइंस ली गई है, लेकिन बाद में वह 2 करोड़ रुपए देने से भी इनकार कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि करेड़ा थाना में थाना अधिकारी ने कोर्ट के निर्देश के बाद मुकदमा दर्ज किया था , लेकिन केस दर्ज करने के अगले दिन ही उनका तबादला कर दिया गया।