सार
मदर्स डे पर आपने कई मांओं की कहानी सुनी होगी और पढ़ी होगी। लेकिन आज जानिए एक ऐसी सासू मां की कहानी जो आपका दिल खुश कर देगी। जिसने बेटे की मौत के बाद अपनी विधवा बहू के लिए सुहाग लेकर आई। उसे पढ़ाया लिखाया फिर अपनी विधवा बहू की दूसरी शादी भी की।
सीकर. राजस्थान के लिए हमेशा से एक बात चलती आई है कि यहां बहू को सास के दबाव में रहना पड़ता है। मतलब उन पर सास कई तरह की रोक-टोक लगाती है। लेकिन इस राजस्थान में एक सास ऐसी भी है जिसने अपने बेटे की मौत के बाद अपनी बहू को ही बेटी माना। जिन्होंने 5 साल तक तो उसे पढ़ाया लिखाया और फिर अपनी विधवा बहू की दूसरी शादी भी की।
ऐसी सासू मां को दिल से सलाम
दरअसल, हम बात कर रहे हैं राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर इलाके के ढांढण गांव की कमला देवी की। जिनके बेटे शुभम की शादी सुनीता से हुई। एमबीबीएस करने के लिए शुभम विदेश गया लेकिन वहां ब्रेन स्ट्रोक होने से उसकी मौत हो गई। कमला देवी के बड़े बेटे रजत बताते हैं कि जब शादी हुई तो हमने कोई भी दहेज नहीं लिया।
जिसने विधवा बहू के लिए ला दिया सुहाग
भाई की मौत हो जाने के बाद सबसे पहले तो सुनीता को एमए,बीएड की पढ़ाई करवाई और अन्य भी कई सरकारी नौकरी की तैयारी करवाई। इसी बीच सुनीता का चयन हिस्ट्री लेक्चर के पद पर हो गया। इसके बाद उनकी शादी अब मुकेश मावलिया से करवाई गई है। जो भी एक सरकारी अधिकारी है। मुकेश की पत्नी की भी कई समय पहले एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी।