सार

भरतपुर के एक गांव में आजादी के इतने वर्ष बाद भी सड़क नहीं बनी होने से आज एक मरीज की जान चली गई। मरीज को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस कच्चे रास्ते के दलदल में फंस गई जिससे रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। 

भरतपुर। जिले के उद्योग नगर थाना इलाके में आज एक दर्दनाक घटना घटित हो गई है। अस्थमा के एक पेशेंट की अटैक आने पर एंबुलेंस में ही सड़क पर जान चली गई। जबकि समय पर एंबुलेंस उनके घर पहुंच गई थी, लेकिन उसे अस्पताल नहीं पहुंच सकी । एंबुलेंस को निकालने के लिए ट्रैक्टर की मदद ली गई, लेकिन वह भी काम नहीं आई और अस्थमा के मरीज की जान चली गई। 

अस्थमा पेशेंट को अस्पताल ले जा रही थी एंबुलेंस
भरतपुर जिले के उद्योग नगर थाना इलाके स्थित नंगला गांव में रहने वाले पूरन सिंह को अस्थमा का अटैक आया था। आज सवेरे परिवार के लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने के लिए एंबुलेंस घर पर बुलाई। एंबुलेंस परिवार के ही सदस्य की थी। वह सही समय पर घर पहुंच भी गया, लेकिन नजदीक स्थित भरतपुर के सरकारी अस्पताल तक मरीज को नहीं पहुंचा सका।

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आजादी से भी पुराना गांव फिर भी सड़क नहीं
पूरन सिंह के भाई रोहतास सिंह ने बताया कि हमारा परिवार इस गांव में आजादी के काफी पहले से रह रहे हैं। यह गांव आजादी मिलने से भी पुराना है, लेकिन इसके बावजूद यहां आज तक सड़क नहीं बनी है। कई सरकारें जरूर बदल गईं, लेकिन सिर्फ वोट लेने के लिए ही नेता यहां तक आते हैं। यहां खेतों में से ही कच्चे रास्ते निकालकर लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं। इन रास्तों में बारिश के समय बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।

दलदल में फंसी जमीन
आज भी ऐसा ही हुआ जब सवेरे भाई को अस्थमा का अटैक आया। समय पर एंबुलेंस पहुंच गई लेकिन खेत के पास से गुजर रहे कच्चे रास्ते में मिट्ची के दलदल ने रास्ता रोक दिया। एंबुलेंस उसी दलदल में फंस गई और समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाने से भाई की जान चली गई।