सार

पिंक सिटी आज पीएम मोदी और फ्रांस के प्रिसिडेंट मैक्रो की दोस्ती का गवाह बनेगा। यह गुलाबीशहर जयपुर के सौभाग्य की बात है। जयपुर में जो खूबी है वह न तो अहमदाबाद में है, न दिल्ली में...शायद इसलिए उन्होंने जयपुर को चुना है।

 

जयपुर (राजस्थान), जयपुर में ऐसी क्या खूबी है कि पीएम मोदी जयपुर के मुरीद हो गए हैं। उनको जयपुर इतना भा गया है कि खुद दो महीने में चार बार जयपुर आ गए हैं, शायद आने वाले तीन महीनों में फिर से जयपुर आने का कार्यक्रम बने। जयपुर में जो खूबी है वह न तो अहमदाबाद में है, न दिल्ली में और न ही भारत के किसी भी शहर में.…। यही कारण है कि पीएम खुद चौथी बार आ रहे हैं दो महीने के भीतर और साथ ही दुनिया की ताकतवर हस्तियों में शुमार नेता को भी साथ ला रहे हैं।

जयपुर गुलाबी रंग के पीछे की है एक बड़ी कहानी

दरअसल. जयपुर देश ही नहीं दुनिया का इकलौता शहर है जिसे पिंक सिटी कहा जाता है। यानी ये दुनिया का इकलौता शहर है जिसके भवन गुलाबी रंग में रंगे हुए हैं। गुलाबी भवनों के बीच गुलाबी रंग से ही सजा हुआ हवामहल जो यूनेस्कों की लिस्ट में शामिल है..... वह भी मौजूद है। गुलाबी रंग के पीछे भी एक बड़ी कहानी है। जो करीब एक सौ पचास साल पुरानी है। इस घटना के बाद से ही जयपुर को गुलाबी रंग में रंगा जाने लगा और धीरे धीरे देश ही नहीं दुनिया की पिंक सिटी बन गया।

ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया जब पहुंची थीं जयपुर

दरअसल साल 1876 में जयपुर के महाराज राम सिंह ने ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया को जयपुर में आमंत्रित किया था। ऐसे में उनको जयपुर शहर.... जिसे अब वॉल सिटी कहा जाता है..., वहां पर घुमाया गया था। महारानी विक्टोरिया के आने से पहले शहर की तमाम बिल्डिंग को गुलाबी रंग में रंगवाया गया था। हवामहल को भी गुलाबी रंग से रंगा गया था। उसके बाद से शहर ने इस रंग को नहीं छोड़ा। उनके बाद सरकारें बदलती गई लेकिन जयपुर का रंग नहीं बदला....। इस खूबी ने जयपुर को दुनिया की पहली पिंक सिटी बना दिया।

फ्रांस के राष्ट्रपति करेंगे जयपुर का दीदार

जयपुर की खूबसूरती का दीदार कराने के लिए पीएम ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को इनवाइट किया है। दुनिया की दोनो बड़ी हस्तियों के रोड शो का गवाह आज जयपुर बन रहा है। जयपुर अपने पुराने बाजार, पुराने भवनों, आर्किटेक्चर, महलों और अभ्यारणों के लिए जाना जाता है।