सार

देवली-उनियारा उपचुनाव 2024 में बीजेपी की शानदार जीत और कांग्रेस की करारी हार। बागी नेता नरेश मीणा ने वोटों के बंटवारे से कांग्रेस को कमजोर किया, जानें पूरी रिपोर्ट।

जयपुर। राजस्थान की देवली-उनियारा विधानसभा सीट का उपचुनाव 2024 राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ है। इस सीट पर बीजेपी, कांग्रेस और बागी नेता नरेश मीणा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था, जिसने चुनावी माहौल को गरमा दिया था। खास बात यह है कि नरेश मीणा की पोलिंग बूथ पर SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना ने चुनाव को और भी विवादित बना दिया था। इस घटना के बाद नरेश मीणा को जेल भी जाना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद उनका चुनावी प्रभाव नजर आया।

कांग्रेस की हार का कारण बने नरेश मीणा

चुनावी रिजल्ट में बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र गुर्जर ने शानदार जीत दर्ज की। उन्हें कुल 1,02,059 वोट मिले, जो इस चुनाव में सर्वाधिक थे। वहीं बागी नेता नरेश मीणा को 59,345 वोट मिले, हालांकि उनकी उम्मीदवारी ने सत्ताधारी कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थीं। कांग्रेस के प्रत्याशी कस्तूर चंद को इस बार मात्र 31,138 वोट मिले, जो पार्टी की करारी हार का संकेत है।

 अपनों से ही लगा करारा झटका

इस उपचुनाव में कुल 3,02,743 वोटों में से 1,97,761 मतदाताओं ने वोट डाले, जिससे मतदान प्रतिशत 65.32 प्रतिशत रहा। यह चुनावी परिणाम कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि देवली-उनियारा सीट पर पार्टी का प्रभाव हमेशा से मजबूत रहा था। दूसरी ओर बीजेपी के लिए यह जीत एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि इसने कांग्रेस के गढ़ में सेंधमारी की है।

बागियों ने प्रभावित किया चुनाव

इस उपचुनाव ने यह भी साबित किया कि बागी नेताओं का चुनावी प्रभाव किस तरह से वोटों में बंटवारा कर सकता है। नरेश मीणा के वोटों ने कांग्रेस की स्थिति को कमजोर किया, लेकिन अंततः बीजेपी ने अपने मजबूत प्रचार और रणनीति के दम पर जीत हासिल की। राजेंद्र गुर्जर की यह जीत आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए उम्मीद की किरण हो सकती है।