सार
राजस्थान विधानसभा में सीएम अशोक गहलोत अपना चुनावी और कार्यकाल का आखिरी बजट पढ़ रहे हैं। लेकिन शुरूआत में बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। क्योंकि सीएम ने पुराने बजट पढ़ दिया था। बाद में जब गलती का एहसास हुआ तो मुख्यमंत्री ने माफी भी मांगी ली।
जयपुर. राजस्थान सरकार ने इस बार बजट को लेकर इतनी तैयारी की थी जितनी शायद ही पहले कभी की हो। राजस्थान में अलग अलग चौदह हजार से भी ज्यादा जगहों पर बजट लाइव प्रकाशित किया जा रहा है। पहली बार सीएम खुद कर रहे हैं कि देश और प्रदेश की जनता लाइव बजट देखे और राजस्थान को सराहे...। लेकिन इस बार जो विधानसभा में हुआ उसने पूरे देश का ध्यान राजस्थान की ओर खींच लिया। पहली बार सीएम को माफी मांगनी पड गई और वे मायूस होकर नीचे बैठ गए। बता दें कि सीएम ने पुराने बजट पढ़ दिया। बताया जा रहा है कि इस तरह की यह गलती राजस्थान विधानसभा के इतिहास की पहली बार देखने को मिली है।
गहलोत के कान में मंत्री ने कुछ कहा तो हो गए सावधान!
दरअसल, विधानसभा में आज ग्यारह बजे जब गहलोत बजट पेश करने के लिए तैयार हुए और बजट की कुछ लाइनें ही पढी तो उसके तुरंत बाद उनके नजदीक बैठे मंत्री महेश जोशी उठे और उनके कान में कहा कि सर नया बजट पढ़ें। इतनी देर में भाजपा तैयार हो चुकी थी बवाल करने के लिए। भाजपा ने आरोप लगाए हैं कि ये बजट लीक कर दिया गया है सरकार की ओर से। अचानक हुए हंगामे के बाद सीएक खुद भी सहम गए और बजट की कॉपी लेकर नीचे बैठ गए। फिर जो बवाल हुआ भाजपा के नेता और विधायक वैल में आ गए और बजट पेश करने से पहले हंगामा करने लगे।
वसुंधरा राजे ने कहा-मैं दो बार सीएम रहीं हूं, ऐसी गलती नहीं की
हंगामे के बाद स्पीकर सीपी जोशी को खुद उठना पडा और इस हंगामे को काबू करने की कोशिश करने लगे। इस दौरान जब सीएम गहलोत को गलती समझ में आई तो उनहोनें माफी भी मांगी और फिर बैठ गए। इसके तुरंत बाद सीपी जोशी ने सदन की कार्रवाई को स्थिगित कर दिया। इस बीच पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी बयान दिया कि मैं भी दो बार सीएम रही हूं। यह सीएम की जिम्मेदारी बनती है कि वे बजट को पढ़ें कई बार। उधर सीपी जोशी ने भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसा होना वास्तव में सही नहीं है।