सार
सरकार की खिलाफत करना मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को पड़ गया महंगा, उनको मंत्री से बर्खास्त तो किया ही, बल्कि अब कांग्रेस और बीएसपी विधायक का टिकट भी नहीं देगी। बीएसपी गुढ़ा के साथ-साथ पार्टी के पांच विधायकों भी उम्मीदवार नहीं बनाएगी।
जयपुर. हाल ही में विधानसभा में मणिपुर मामले को लेकर अपनी सरकार पर महिला अत्याचार में फेलियर पर बोलते हुए मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा था कि मणिपुर की बात करने से पहले एक बार राजस्थान सरकार अपने गिरेबान में झांक कर देख ले। इस बयान के बाद से लगातार राजस्थान की राजनीति में खलबली मची हुई है। मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा एक तरफ जहां अपने बयान को लेकर अडिग है वहीं दूसरी तरफ बयान के चलते कांग्रेस सरकार ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया है।
बहुजन समाजवादी पार्टी टिकट नहीं देगी
इसी बीच मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के चुनाव लड़ने को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। जिस पार्टी के टिकट पर मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा दो बार टिकट लेकर चुनाव लड़ा और जीत कर आए। इस बार वही पार्टी यानी बहुजन समाजवादी पार्टी राजस्थान में मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा को टिकट नहीं देने वाली है। इतना ही नहीं गुढ़ा के साथ आने वाले अन्य पांच विधायकों को भी इस बार बहुजन समाजवादी पार्टी टिकट नहीं देने वाली है।
गुढ़ा को दो बार पार्टी ने टिकट दिया दोनों बार जीते
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा है कि मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को दो बार पार्टी ने टिकट दिया दोनों बार ही वह जीते लेकिन उन्होंने दोनों बार ही विश्वासघात किया बाकी अन्य विधायक भी कुछ इसी तरीके से पार्टी के साथ बगावत करते नजर आए। इस बार पार्टी ने तय किया है कि राजस्थान में नए चेहरों के दम पर चुनाव लड़ा जाएगा।
अब 5 विधायकों का सियासी भविष्य क्या होगा?
आपको बता दें कि मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा लगातार अपने बयानों को लेकर विवादों में बने रहते हैं। यहां तक की उन्होंने तो कई बार तो प्रदेश सरकार को देश की सबसे भ्रष्ट सरकार भी बताया है। ऐसे में अब देखना होगा कि गुढ़ा और उनके अन्य पांच विधायकों का सियासी भविष्य क्या होता है। माना जा रहा है कि इनमें से कुछ असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी में शामिल हो सकते हैं।