सार

महाराष्ट्र में सियासी भूचाल के बाद राजनीतिक घटनाक्रम जारी है। इसी बीच राजस्थान से सियासी खबर सामने आई है। सचिन पायलट के फैसले को लेकर दिल्ली कांग्रेस हाईकमान की बैठक जारी है। जिसमें राहुल गांधी से लेकर सोनिया-प्रियंका और मल्लिकार्जुन खरगे मौजूद हैं।

 

जयपुर. दिल्ली में कांग्रेस की महा बैठक शुरु हो गई है। सोनिया गांधी के अलावा सभी बड़े नेता मौजूद हैं। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे बैठक की अघ्यक्षता कर रहे हैं । बैठक में राजस्थान और एमपी के कई बड़े नेताओं को बुलाया गया है। इनकी संख्या करीब पच्चीस बताई जा रही है। राजस्थान पर फोकस ज्यादा इसलिए है क्योंकि यहां पर सचिन पायलट के मुद्दे का अभी तक हल नहीं निकल सका है। बैठक में सीएम गहलोत को भी शामिल होना था लेकिन पैरों में चोट के कारण वे दिल्ली नहीं जा सके, उनको ऑनलाइन तरीके से जोड़ा गया।

दिल्ली कांग्रेस बैठक से क्या सचिन पायलट का होगा फायदा

राजस्थान के कई बड़े नेता इसमें शामिल हुए हैं। पायलट गुट का इनमें कोई भी नेता नहीं है यानि धड़ा गहलोत पक्ष का ज्यादा मजबूत है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सचिन पायलट के पक्ष में फैसला हो सकता है। वहीं बैठक के बाद दोपहर बार करीब साढ़े तीन बजे राहुल गांधी भी पीसी कर सकते हैं।

गहलोत टीवी से देख और सुन रहे... 

इस बैठक में शामिल होने के लिए गहलोत जयपुर से ही जुड़े। वे टीवी पर दिखे, उनके ठीक नजदीक बैठक मे सचिन पायलट भी दिख रहे हैं और दूसरी ओर राहुल गांधी बैठे हैं। बैठक शुरू होने से पहले राहुल गांधी ने कहा कि गहलोत जी को भी देख लिजिए वे लैपटॉप में दिख रहे हैं तो सभी हंस दिए।

गहलोत गुट के दो बड़े नेताओं को नहीं बुलाया गया

 इस बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस के नेताओं को दिल्ली से फोन आया। इन नेताओं में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन,सह प्रभारी अमृता रंधावा, वीरेन्द्र राठौड, समेत दूसरे राज्यों के प्रभारी भी रहे हैं। बैठक में राजस्थान से रघुवीर मीणा, नीरज डांगी, रामेश्वर डूटी समेत अन्य कई नेताओं को बुलाया गया है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या छत्तीसगढ़ में जिस तरह से दोनो नेताओं की खीचंतान मिटाई गई थी इसी तरह से क्या राजस्थान में भी अब चुनाव से पहले खींचतान मिटाने का आखिरी दावं चला जाएगा......।