सार
तीन दिन पहले अजमेर में एक रेपिस्ट ने 11 साल की बच्ची के साथ इतनी दरिंदगी की बच्ची का जबड़ा तोड़ दिया। वह ना कुछ खा पा रही और ना ही बोल पा रही। पीड़ित परिवार अजमेर की दरगाह पर जियारत करने मध्य प्रदेश से आया था
जयपुर. अजमेर में दो दिन पहले 11 साल की बच्ची के बयान लेने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है लेकिन बच्ची के साथ इतनी ज्यादा हैवानियत हुई है कि वह दो दिन से कुछ बोल नहीं पा रही है। उसके चेहरे पर गंभीर चोटें हैं, निजी अंगों पर भी घाव हैं। उसका इलाज जेएलएन अस्पताल में चल रहा है। परिवार जो कि मूल रूप से एमपी का रहने वाला है, वह बच्ची के साथ अस्पताल में ही मौजूद है। मामले की जांच पड़ताल जीआरपी थाना पुलिस अजमेर कर रही है। एसपी जीआपी राममूर्ति जोशी खुद इस केस की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
पीड़ित परिवार मध्य प्रदेश से अजमेर आया था
दरअसल एमपी का रहने वाला परिवार पंद्रह दिन पहले एमपी से रवाना होकर अजमेर आया था और यहां पर जियारत की थी। बकरीद के अगले दिन उनकी ट्रेन थी और ट्रेन का इंतजार करने के दौरान ही अजमेर में रेलवे स्टेशर पर प्लेटफार्म नंबर चार और पांच के बीच परिवार बैठ गया था। रात करीब नौ बजे के आसपास परिवार के अधिकतर सदस्य सो गए थे। इस दौरान बच्ची भी अपनी दादी और माता - पिता के बीच सो रही थी। रात करीब ढाई बजे अचानक वह लापता हो गई। कुछ देर के बाद उसका पिता जागा तो उसने जीआरपी को इसकी सूचना दी। बच्ची को पास ही खड़ी एक ट्रेन की बोगी में अचेत हालात में तलाश लिया गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके चेहरे और निजी अंगों पर चोट के गंभीर निशान थे।
दरिंदे ने ट्रेन में की मासूम से दरिंदगी
पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल कर फुलेरा निवासी एक तीस वर्षीय युवक को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। उसने कहा कि वह शराब के नशे में फुलेरा उतरने की जगह अजमेर स्टेशन तक आ गया। रात करीब ढाई बजे के आसपास ट्रेन जहां रूकी वहीं सामने बच्ची बैठी थी और इधर उधर देख रही थी। आरोपी ने उसे ईशारा करते हुए अपने पास बुलाया और उसके बाद खाली ट्रेन में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की।
पूरी तरह से सदमे में पूरा परिवार
पुलिस ने बताया कि आरोपी बाद बार अपने बयान बदल रहा है। बच्ची फिलहाल इस हालात में नहीं है कि उसके बयान दर्ज किए जा सकें, वह बोल तक नहीं पा रही है। उसके बयान देते ही आरोपी को अरेस्ट कर लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिया गया युवक मजदूर है और मकान निर्माण का कार्य करता है। उसके मोबाइल की लोकेशन और अन्य सबूत बोगी में ही मिले हैं। परिवार इस घटना के बाद से पूरी तरह से सदमे में है।