सार

राजस्थान में चित्तौड़गढ़ के सांवलिया मंदिर की गिनती देश के सबसे अमीर मंदिरों में होती है। यहां हर महीने करोड़ों रूपए का चढ़ावा आता है। लेकिन इस बार भक्तों ने इतना दान किया है कि सारे  रिकॉर्ड टूट गए। चार दिन तक महीनों नोटों की गिनती की है।

चित्तौड़गढ़ (राजस्थान). जब भी बात मंदिरों में आने वाले चढ़ावे की होती है तो राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले का सांवलिया मंदिर जुबान पर अपने आप ही आ जाता है। जहां हर महीने करोड़ों रुपए चढ़ावे के आते हैं। केवल इतना ही नहीं यहां भक्त अपनी मन्नत पूरी होने पर सोने और चांदी के जेवरात भी चढ़ाते हैं। इस बार राजस्थान के इस मंदिर ने चढ़ावे के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यहां एक महीने में भक्तों ने 17.19 करोड रुपए का चढ़ावा दिया। इतना ही नहीं 659 ग्राम सोना और करीब 57 किलो चांदी भी चढ़ावे में आई है।

आज से पहले इतना चढ़ावा कभी नहीं आया

मंदिर मंडल के सदस्य संजय ने बताया कि हर बार महीने भर से चढ़ावे की गिनती की जाती है। इस बार दिवाली का त्योंहार रहा और साथ ही इस बार चुनाव का भी माहौल रहा। संभव है कि इस कारण भक्तों और चढ़ावे की संख्या ज्यादा रही हैं। इस बार जितना चढ़ावा आया है, उतना आज से पहले कभी नहीं आया है। लेकिन इस बार 17 करोड़ से भी ज्यादा की धनराशि भगवान को भेंट की गई है।

विदेश से भी भक्त दान करने आते हैं रुपए

आपको बता दे की राजस्थान का यह एक इकलौता ऐसा मंदिर है जहां भक्त न केवल जाकर चढ़ावा देते हैं, बल्कि मनी ऑर्डर के जरिए भी भगवान को चढ़ावा भेजा जाता है। इस मंदिर में औसतन हर महीने भेंट की गणना की जाती है। हर महीने बारह से पंद्रह करोड़ रुपए की धनराशि भेंट में आती है। इसके अलावा सोने और चांदी से भी भंडार भर जाते हैं।