सार

भारत की महिलाएं आज पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। आर्मी से लेकर लोको पायलट तक और चांद से लेकर सड़क तक अपनी सफलता का परमच लहरा रही हैं। इस मौके पर जानिए राजस्थान की उन महिलाओं की कहानी...जो 5वीं तक पढ़ीं लेकिन कमा रहीं 25 लाख रुपए...

 

जयपुर. क्या आप जानते हैं राजस्थान में कई महिलाएं ऐसी है जिन्होंने बंजर जमीन में खेती करके लाखों रुपए कमाए हैं। आज महिला दिवस पर चर्चा ऐसी ही कुछ महिलाओं की। जोधपुर जिले के बिलाड़ा क्षेत्र की रहने वाली अन्नू कानावत मशरूम उगाने का काम कर रही है। दरअसल उन्होंने बीएससी के बाद यह करना शुरू किया। अब वह सालाना 20 से 25 लाख रुपए कमा रही है।

पांचवी तक पढ़ीं और कमा रहीं 25 लाख रुपए सालाना

इसी तरह राजस्थान के सीकर जिले की रहने वाली संतोष पचार केवल पांचवी तक पढ़ी लिखी हैं। लेकिन आज जो है अनार और सेब की खेती करके सालाना 20 से 25 लाख रुपए कमा रही है।

दौसा की रूबी पारीक करती हैं अलग तरह की खेती

इसी तरह दौसा की रहने वाली रूबी पारीक ने जैविक खेती के क्षेत्र में नया मुकाम हासिल किया है। जिन्होंने 26 एकड़ खेत को जैविक खेती के जरिए तैयार किया है। वहीं एक महिला विमल सिहाग भी है। जो मूल रूप से जोधपुर की रहने वाली है। इन्होंने बंजारा पड़े 12 बीघा खेत में ड्रैगन फ्रूट सहित कई महंगे फलों के पौधे लगाए।

विमला देवी करती हैं फलों की खेती

हालांकि जोधपुर की जमीन इतनी बेहतर नहीं कि वहां इस तरह के फलों की खेती हो लेकिन विमला ने मेहनत करके आखिरकार फलों को उगा ही दिया। सबसे अंतिम भगवती यादव जो जालसू पंचायत समिति की रहने वाली है। यह अपने 13 बीघा खेत में खेती करती है। इन्होंने अपने खेत में अमरूद, नींबू सहित कई फलदार पौधे लगाए हुए हैं। खेत के ज्यादातर काम यह खुद ही करती है।