GDA Online System: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने नक्शा पास कराने की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है। अब लोग घर बैठे आवेदन कर सकेंगे और OBPAS सिस्टम ऑटोमैटिक जांच कर नक्शा पास करेगा। जानें प्रक्रिया और जरूरी निर्देश।

Ghaziabad Map Approval: घर बनाने का सपना देखने वालों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। अब गाजियाबाद में भवन निर्माण के लिए नक्शा पास कराने के लिए प्राधिकरण के दफ्तरों के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने पूरी नक्शा पास प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है, जिससे लोगों को न सिर्फ समय बचेगा बल्कि अनावश्यक दौड़भाग से भी राहत मिलेगी।

क्या है नया ऑनलाइन सिस्टम?

GDA सचिव राजेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि अब ‘ऑनलाइन बिल्डिंग प्लान अप्रूवल सिस्टम (OBPAS)’ को पूरी तरह अपडेट कर दिया गया है। इस सिस्टम के तहत अब कोई भी व्यक्ति घर बैठे नक्शा पास कराने के लिए आवेदन कर सकता है और सिस्टम खुद जांच करेगा कि नक्शा नियमानुसार है या नहीं।

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सरकार के निर्देश के बाद हुआ बदलाव

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में भवन निर्माण एवं विकास उपविधि व आदर्श जोनिंग रेगुलेशन्स-2025 को मंजूरी दी थी। इसके बाद 4 जुलाई को सभी विकास प्राधिकरणों को निर्देश दिया गया कि वे अपने ऑनलाइन सिस्टम को नए नियमों के अनुसार अपडेट करें।

इसके लिए 11 जुलाई को एक समिति गठित की गई थी, जिसने सिस्टम अपग्रेड करने के लिए दो महीने का समय मांगा था। हालांकि, सरकार ने निर्धारित समय से पहले ही नया OBPAS सिस्टम शुरू कर दिया, जिससे आम नागरिकों को काफी राहत मिलेगी।

अब तक कैसे होता था काम?

30 सितंबर तक नक्शों की मैन्युअल जांच की जाती थी। इसके चलते लोगों को जीडीए कार्यालय के कई चक्कर लगाने पड़ते थे। साथ ही, जांच में देरी और पेचीदगियों के कारण कई बार लोगों को महीनों इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब यह पूरा प्रोसेस डिजिटल हो गया है, जिससे पारदर्शिता और गति दोनों बढ़ेगी।

कैसे करें ऑनलाइन आवेदन?

यदि आप गाजियाबाद में घर बनवाने के लिए नक्शा पास कराना चाहते हैं, तो यह प्रक्रिया अपनाएं:

  1. GDA की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. नक्शा पास कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें।
  3. ध्यान रखें कि दी गई जानकारी नए भवन उपविधियों के अनुरूप हो।
  4. फॉर्म सबमिट करते ही OBPAS सिस्टम स्वतः जांच करेगा।
  5. यदि आवेदन नियमों के अनुसार होगा, तो नक्शा सीधे पास हो जाएगा।
  6. यदि कोई गलती पाई गई, तो सिस्टम आपत्ति दर्ज करेगा और सुधार के लिए भेजेगा।
  7. सुधार कर फॉर्म दोबारा सबमिट करने पर प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

लोगों को कैसे मिलेगा फायदा?

  • घर बैठे आवेदन की सुविधा
  • प्रक्रिया में पारदर्शिता
  • दफ्तरों के चक्कर खत्म
  • निर्धारित समयसीमा में निपटारा
  • कमीशनखोरी और देरी से राहत

यह नया सिस्टम न सिर्फ गाजियाबाद बल्कि पूरे राज्य के शहरी विकास में तकनीकी सुधार की ओर एक बड़ा कदम है। यदि इसे सफलतापूर्वक लागू किया गया, तो अन्य प्राधिकरण भी इसी मॉडल को अपना सकते हैं। इससे ई-गवर्नेंस को बढ़ावा मिलेगा और आम नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।

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