सीतापुर में पुलिस चौकी के बाहर खड़ी दारोगा की बाइक का लॉक तोड़ कर चोर बाइक लेकर फरार हो गए। पुलिस अब इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है और ये कह रही है कि दारोगा कार से चलते हैं।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 18 जिलों से प्रदर्शन व उपद्रव की खबर है। इसमें 12 जिलों में कुल 29 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन मुकदमों में 340 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 145 की गिरफ्तारी शांति भंग की आशंका में की गई है।
मुजफ्फरनगर में शनिवार को दोपहर में नगर पालिका की बोर्ड की बैठक में शहर के विकास को 196 करोड़ के प्रस्ताव पास हुए। इस दौरान बोर्ड बैठक में अमर्यादित घटनाक्रम भी देखने को मिला।
शादी के नौ दिन किसी महिला का सुहाग उजड़ जाए, इसका दर्द सिर्फ वहीं समझ सकती है। ऐसा ही एक मामला सिद्धार्थनगर से आया है, जहां एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में उसका शव लटकता मिला है। परिजनों के मुताबिक रात को खाना खाने के दौरान युवक बिल्कुल ठीक था।
अग्निपथ योजना को लेकर प्रदर्शन के बीच पुलिस उपद्रवियों पर एक्शन की तैयारी में हैं। सहारनपुर एसएसपी आकाश तोमर कहा कि अगर कोई व्यक्ति सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को अनर्गल बातों में या भड़काकर ऐसा कोई कार्य करवाता है तो उसके खिलाफ एक्शन होगा।
उत्तराखंड के देहरादून और हरिद्वार में बाल श्रम को रोकने के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने बैठक कर कहा कि दोनों जिलों में लगातार बाल श्रमिकों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिस पर रोक के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन कर मुक्त कराया जाए।
अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों की डिटेल पुलिस की ओर से जुटाई जा रही है। बाहर से आकर ठहरे और उपद्रव करने वाले लोगों की पहचान के लिए पुलिस ने कई जगहों पर तलाशी अभियान चलाया है।
यूपी के उन्नाव में शादी को लेकर एक आलग मांग देखने को मिली है और इस बार ये माग लड़के वालों ने नहीं की है बल्कि लड़की वालों ने किया है। इस बार जो मामला सामने आया है वो गज़ब का मामला है।
चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों के गलत पंजीकरण होने पर पर्यटन विभाग ने उत्तराखंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन को पत्र भेजा है। जिसमें टूर आपरेटरों को निर्देश दिए कि पंजीकरण में प्रत्येक यात्री की व्यक्तिगत जानकारी देने होगी। भविष्य में इस तरह की गलत होने पर कार्रवाई की जाएगी।
अंशिका यादव ने बताया कि मेरे पिता रामबहादुर यादव और मां गीता देवी केवल 10वीं तक पढ़े हैं। पिता की बाबूगंज में जूते-चप्पल की दुकान है, जबकि मां हाउस वाइफ हैं। आर्थिक तंगी के कारण मेरे पिता आगे नहीं पढ़ सके थे। उनका सपना है कि मेरी बेटी खूब पढ़े। यही कारण है कि मेरे मां-बाप ने मुझे खूब सपोर्ट दिया और आज रिजल्ट सबके सामने है।