यूपी के बिजनौर में बीते 20 दिसंबर को नागरिकता कानून के विरोध में हुई हिंसा के दौरान दो युवक सुलेमान और अनस की जान चली गई थी। सुलेमान के भाई शोएब ने आरोप लगाया कि उसके भाई की मौत पुलिस की गोली से हुई। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक मामले में नहटौर के पूर्व थाना प्रभारी राजेश सोलंकी, दरोगा आशीष तोमर, सिपाही मोहित कुमार समेत 6 पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज हुआ । लेकिन मामले को अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव ने सिरे से खारिज कर दिया है।