अमित शाह ने कहा कि CAA कांग्रेस सरकार का एक वादा था। जब देश का विभाजन हुआ और उन देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ, तो कांग्रेस ने शरणार्थियों को आश्वासन दिया था कि भारत में उनका स्वागत है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election 2023) से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने Asianetnews से बातचीत की। पेश है अलग-अलग मुद्दों पर Asianet Suvarna News के एडिटर Ajit Hanamakkanavar के साथ उनका पूरा Exclusive इंटरव्यू।
Congress Protest on Price rise and unemployment: कांग्रेस के प्रदर्शन को गृह मंत्री अमित शाह ने राम मंदिर विरोधी प्रदर्शन बताया है। शुक्रवार को कांग्रेस ने देशव्यापी प्रदर्शन कर महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ केंद्र सरकार को घेरा।
अमित शाह सबसे पहले भगवान रुद्रनाथ के दर्शन करेंगे और फिर अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। बता दें कि 30 जनवरी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उत्तराखंड प्रचार के लिए आएंगे। वह कुमाऊं का दौरा करेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह अपने संसदीय क्षेत्र गांधीनगर में आयोजित इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे। यह कार्यकम आज दोपहर 1.20 बजे के आसापास आयोजित होगा।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा आज बुधवार को भाजापा में शामिल हो गए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पाटी की सदस्यता ली। वहीं शिरोमणि अकाली दल के नेता परमिंदर सिंह बराड़ ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है।
एनसीपी (NCP) नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक (Nawab malik) का आर्यन खान ड्रग्स मामले को लेकर एनसीबी (NCB) मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगातार हमले जारी हैं। लेकिन शनिवार को उन्होंने खुद को लेकर एक बड़ा आरोप लगाते हुए नया खुलासा किया है।
शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय का यह प्रयास है हर साल स्थायी समिति की कम-से-कम 10 बैठक आयोजित की जाएं, क्योंकि स्थायी समिति की बैठक न केवल एजेंडा निर्धारण करती है बल्कि बहुत सारे मुद्दों का स्थायी समिति स्तर पर ही निपटारा कर दिया जाता है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हाल में दो दिवसीय दिल्ली के दौरे पर थे। जहां उन्होंने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इस बीच सीएम गहलोत ने बताया कि उनके पास केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन किया।
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कुछ लोगों के मन में भ्रांति है कि देश को 75 साल हो गए हैं जबकि हमारा देश तो चिरसनातन है और इसकी गणना कोई कर ही नहीं सकता।