सार

सूरत के स्टंटमैन विस्पी खरादी ने एक दिन में एक या दो नहीं बल्कि, तीन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है। यह कारनामा उन्होंने बीते बुधवार को गुजरात के शहर में अंजाम दिया। 

सूरत। गुजरात के शहर के सूरत में बुधवार को तीन नए वर्ल्ड रिकॉर्ड बने। ये तीनों रिकॉर्ड मार्शल आर्ट्स में सूरत को नई पहचान दिलाने वाले विस्पी खरादी ने बनाए हैं। विस्पी ने पहले गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में विस्पी ने सिर्फ 57 सेकेंड में 80 टिन के केन तोड़े। पहले यह रिकॉर्ड मोहम्मद कहरीमनोविक के पास था। वर्ष 2011 में उन्होंने एक मिनट में 74 केन तोड़कर ये रिकॉर्ड बनाया था। 

इसके बाद विस्पी ने दूसरा रिकॉर्ड बनाया। यह था एक मिनट पर सबसे अधिक कंक्रीट ब्लॉक तोड़ने का। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से इसमें तय आकार के कंक्रीट ब्लॉक लगाए गए थे। विस्पी को कम से कम 51 ब्लॉक कोहनी से तोड़ना था और उन्होंने इस कारनामे को भी कर दिखाया। 51 ब्लॉक टूटते ही विस्पी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। 

 

View post on Instagram
 

 

इसके बाद तीसरा रिकॉर्ड था नेल सैंडविच के बेड पर स्टंट करना। विस्पी ने नेल प्लेटफॉर्म पर लेटकर सीने पर 525 किलो का कंक्रीट ब्लॉक रखा था। समारोह के चीफ गेस्ट साहिल खान ने इस ब्लॉक को हथौड़े से तोड़ दिया। सफलतापूर्वक ऐसा होते ही यह रिकॉर्ड भी विस्पी खरादी के नाम हो गया। साहिल ने विस्पी खरादी को स्टील मैन ऑफ इंडिया बताया और कहा, वे जबरदस्त मार्शल आर्ट एक्सपर्ट हैं। 

View post on Instagram
 

'मैं समझ नहीं पाया कि विस्पी आदमी है या मशीन'
साहिल ने कहा कि विस्पी के करतब देखकर कोई भी हो सकता है। एक दिन में तीन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बना देना कोई आसान नहीं है। यह समझना मुश्किल है कि विस्पी असल में इंसान हैं या कोई मशीन। वहीं, विस्पी खरादी ने कहा कि वे फिटनेस के लिए हमेशा के समर्पित रहे हैं। जो भी रिकॉर्ड हों, चाहे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी, ये सभी मैं खुद के लिए बनाता हूं। इससे मुझे खुशी मिलती है। इससे खुद मेरा, मेरी सिटी, मेरे  स्टेट और कंट्री का नाम आगे बढ़ता है। परिवार वाले भी मुझे काम इस खतरनाक काम के लिए सपोर्ट करते हैं। 

खबरें और भी हैं..

शर्मनाक: हिंदू महासभा के दुर्गा पंडाल में महात्मा गांधी को दिखाया गया महिषासुर, बवाल मचा तो दर्ज हुआ केस

10 फोटो में देखिए देशभर में इस बार कैसा बनाया गया रावण, किसी की मूंछ है गजब तो कोई ऐसे हंस रहा जैसे..