सोशल मीडिया पर एक शख्स का प्लेन में भीख मांगते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तानी शख्स के द्वारा मदरसा निर्माण के लिए यह भीख मांगी जा रही है।
वायरल डेस्क : आज हम आपको एक ऐसी सुपर मॉम से मिलवाने जा रहे हैं, जो अब तक अपना 10 हजार से भी ज्यादा लीटर ब्रेस्ट मिल्क दान कर चुकी है। इसकी वजह से हजारों बच्चों की जिंदगियां बच गई हैं। आइए जानते हैं इस मां के बारें में...
चंद्रयान-3 करीब 42 दिन के सफर के बाद चांद पर पहुंचेगा। अनुमान है कि 23 अगस्त यह चंद्रमा के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सकता है। चंद्रयान के बाद इसी साल दुनियाभर में बैक टू बैक चार मून मिशन लॉन्च होंगे।
ऐसा नहीं है कि भारत में सिर्फ श्रीहरिकोटा का सतीश धवन स्पेस सेंटर ही रॉकेट लॉन्चिंग सेंटर है। लेकिन हर एक स्पेस मिशन यहीं से लॉन्च होते हैं। लोकेशन से लेकर कई वजह है जो इस रॉकेट लॉन्चिंग पैड को सबसे बेहतर बनाता है।
अंतरिक्ष विशेषज्ञों का मानना है कि चंद्रमा के दोनों ध्रुवों में काफी ज्यादा समानता हैं। दोनों ध्रुवों पर ऊंचे-ऊंचा भू-भाग और ऊबड़-खाबड़ वाली जगहें हैं। बड़े और छोटे गड्ढे दोनों ध्रुव पर पाए जाते हैं। इसलिए दोनों के बीच अंतर कुछ खास नहीं है।
सांपों का यह बगीचा 12 हेक्टेयर में है। यहां 400 प्रकार के अलग-अलग सांप हैं। हर साल बड़ी संख्या में यह बगीचा पर्यटकों को भी लुभाता है। देश-दुनिया से बड़ी संख्या में टूरिस्ट सांपों को देखने के लिए इस जगह आते हैं।
ट्रेंडिंग डेस्क : चंद्रयान 3 चांद की सतह पर लैंडिंग को तैयार है। पूरी दुनिया की नजरें इस पर टिकी हुई है। करीब 37 दिन बाद चंद्रमा के एकदम करीब पहुंच गया है। यहां तक चंद्रयान 3 रॉकेट LVM-3 की मदद से पहुंचा है। जानें इस रॉकेट की स्पीड कितनी है…
इस वीडियो को @gharkekalesh नाम के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है जिसे 81 हजार से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं।
शिव तांडव स्तोत्र के शब्द बेहद क्लिष्ट हैं। बड़े-बड़े इसका उच्चारण ठीक तरह से नहीं कर पाते हैं लेकिन एक नन्हा शिवभक्त इसे एक सांस में बड़े ही आसानी से सुना देता है। सावन में उसका एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे काफी तारीफ मिल रही है।
ट्रेंडिंग डेस्क : 14 जुलाई को ISRO इतिहास रचने वाला है। दोपहर 2:35 मिनट पर चंद्रयान-3 उड़ान भरेगा। इस ऐतिहासिक सफलता के साथ भारत चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा। जानें अब तक के 10 सबसे बड़े मून मिशन के बारें में...