सार

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि तक 5 दिवसीय दीपोत्सव पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 2 से 6 नवंबर तक मनाया जाएगा। त्योहारों की इस श्रृंखला में सबसे पहले धनतेरस, उसके बाद रूप चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और अंतिम दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है।

उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इन 5 दिनों में देवी लक्ष्मी धरती पर ही निवास करती हैं। इसलिए इस दीपोत्सव के दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। शास्त्रों में बताया गया है कि दीपावली के दिनों में हमें कौन-कौन काम नहीं करना चाहिए। यदि वर्जित किए गए काम इन 5 दिनों में किए जाते हैं तो देवी लक्ष्मी की कृपा नही मिल पाती। आगे जानिए इन कामों के बारे में…

सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए
वैसे तो हर रोज सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए, लेकिन काफी लोग ऐसे हैं जो सुबह देर से ही उठते हैं। शास्त्रों के अनुसार दीपोत्सव के दौरान ब्रह्म मुहूर्त में ही उठ जाना चाहिए। जो लोग इन दिनों में सूर्योदय के बाद तक सोते रहते हैं, उन्हें महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं हो पाती है और भविष्य में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

किसी गरीब या बुजुर्ग का अपमान न करें
दीपोत्सव के दौरान कई लोग कुछ चीजों की आशा लेकर आपके पास आते हैं, उन्हें निराश नहीं करना चाहिए। अगर आपके पास उन्हें देने के लिए कुछ नहीं है तो कम से कम उनका अपमान न करें। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी भी तरह परिवार के बुजुर्गों का भी अपमान न करें। कुछ लोग छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाते हैं और परिवार के बुजुर्गों का अपमान करने से भी नहीं चूकते। ऐसे लोगों पर देवी लक्ष्मी की कृपा कभी नहीं रहती। अन्य दिनों में भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

घर में गंदगी न रखें
दीपोत्सव के दौरान घर में और आस-पास गंदगी नहीं होना चाहिए, इस बात का विशेष ध्यान रखें। अगर किसी कारणवश घर की रंगाई-पुताई नहीं कर पा रहे हैं तो साफ-सफाई अवश्य करें। घर के आस-पास यदि खरपतवार उग आई है तो उसे साफ करें। घर का कोना-कोना अच्छे से साफ करें। खिड़की-दरवाजों को पानी से साफ करें। इस तरह साफ-सफाई होने पर देवी लक्ष्मी आप पर प्रसन्न रहेंगी।

शाम के समय न सोएं
हमारे धर्म ग्रंथों में शाम को सोना वर्जित माना गया है। ये काम दीपोत्सव में भी भूलकर न करें। बहुत विशेष परिस्थितियों (बीमार) हो तो ठीक है, अन्यथा इस समय सोना गरीबी का कारण माना गया है। हमारे बुजुर्ग भी हमेशा कहते हैं कि शाम को कभी भूलकर भी नहीं सोना चाहिए नहीं तो दरिद्रता के साथ-साथ और भी परेशानियां जीवन में आ सकती हैं।

नशा व मांसाहार से दूर रहें
दीपोत्सव के दौरान किसी भी प्रकार का नशा न करें और न ही मांसाहार का सेवन करें। ऐसे कामों से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और जो लोग ऐसा काम करते हैं उन पर महालक्ष्मी की कृपा भी नहीं रहती। जो लोग दीपावली के दिन नशा करते हैं, वे हमेशा दरिद्र रहते हैं। नशे की हालत में घर की शांति भंग हो सकती है और सभी सदस्यों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। इससे बचना चाहिए।

अशांति न फैलाएं
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे छोटी-छोटी बातों पर जोर-जोर से चिल्लाने लगते हैं। ऐसे लोगों को देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं हो पाती। इन दिनों में इस बात का भी ध्यान रखें कि घर में किसी भी प्रकार का कलह या झगड़ा नहीं होना चाहिए। जिन घरों में झगड़ा या कलह होता है, वहां देवी की कृपा नहीं होती है। दीपोत्सव के दौरान घर में शांत, सुखद एवं पवित्र वातावरण बनाए रखना चाहिए। लक्ष्मी ऐसे घरों में निवास करती हैं जहां शांति रहती है।

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