सार

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को विजया पार्वती व्रत किया जाता है। इसे मंगला तेरस भी कहते हैं। इस बार ये व्रत 22 जुलाई, गुरुवार को है।

उज्जैन. इस दिन मुख्य रूप से देवी पार्वती की पूजा की जाती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, देवी पार्वती की पूजा से हर काम में सफलता मिल सकती है। साथ ही अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो दुर्भाग्य दूर होता है और सौभाग्य बढ़ता है। ये हैं विजया पार्वती के कुछ खास उपाय…

1. 22 जुलाई को सुबह स्नान आदि करने के बाद देवी पार्वती की पूजा करें और दिन भर व्रत रखें। शाम को देवी को खीर का भोग लगाएं। उसी प्रसाद से अपना व्रत खोलें। इससे देवी प्रसन्न होती हैं।
2. माता पार्वती की पूजा करें और लाल चुनरी, लाल चूड़ियां, कुंकुम आदि सुहाग की चीजें अर्पित करें।
3. देवी पार्वती की पूजा भगवान शिव के साथ करें, इससे पति-पत्नी में प्रेम बना रहेगा।
4. 22 जुलाई को 9 सुहागिन महिलाओं को घर बुलाकर सुहाग की चीजें उपहार में दें। इससे धन लाभ के योग भी बन सकते हैं।
5. शुक्रवार को किसी देवी मंदिर में कमल के 9 फूल अर्पित करें। इससे भी माता प्रसन्न होती हैं।

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