सार
ब्राह्मण चेहरा व बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे कांग्रेस में शामिल हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश के कई बड़े नेता मशहूर हस्तियां जल्द कांग्रेस का हाथ थामेंगे। साथ ही 2024 की तैयारियों के साथ एक मजबूत विकल्प के रूप में कांग्रेस उतरेगी।
लखनऊ: बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे ने आज यानी गुरुवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। नकुल दुबे यूपी की सियासत में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं, जिसके सहारे बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2007 में ब्राह्मण- दलित गठजोड़ के चलते सत्ता में काबिज हुई थीं। पेशे से अधिवक्ता नकुल दुबे की उत्तरप्रदेश के प्रबुद्ध जनों के बीच गहरी पैठ है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले नकुल दुबे ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी। उनसे मुलाकात के बाद आज नकुल दुबे ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया।
कई दिग्गज नेता कांग्रेस का देंगे साथ
उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के प्रमुख चेहरे के तौर पर जाने जाने वाले नकुल दुबे ने भाईचारा कमेटियों का संयोजन कर मायावती को सत्ता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। नकुल दुबे के बाद बहुत जल्द यूपी की सियासत के कई अहम नाम कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं। सूत्रों के हवाले से खबर यह भी है कि सपा और बसपा के कई बड़े नेता जल्द ही कांग्रेस के झंडे के नीचे नज़र आएंगे। सियासी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीधी टक्कर अब कांग्रेस से है इसलिए कई दिग्गज अब हाथ का साथ थामने के लिए तैयार हैं।
मायावती ने पार्टी से किया था निष्कासित
आपको बता दें कि बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बाद नकुल दुबे पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा माने जाते थे। साल 2007 में बसपा ने पहली बार उत्तर प्रदेश में बहुमत हासिल किया तो महोना सीट से नकुल दुबे भी विधायक निर्वाचित हुए। पार्टी ने इस जीत के बाद उनको कैबिनेट मंत्री पद से नवाजा। वह सतीश चंद्र मिश्रा के काफी करीबी माने जाते हैं। बसपा से पहली बार टिकट मिलने पर उन्हें जीत हासिल हुई थी। इसके बाद जीत उन्हें नसीब नहीं हुई। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी नकुल दुबे ने भाग्य आजमाया लेकिन वह तीसरे स्थान पर ही आ सके। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी का ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले पूर्व मंत्री नकुल दुबे को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।