सार
यूपी के जिले प्रयागराज में एक निजी हॉस्पिटल में डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने के मामले में जिले के डीएम संजय कुमार खत्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि जिस डेंगू मरीज की मौत हुई है, उसे खराब संरक्षित प्लेटलेट्स दिए गए थे, न कि मौसम्बी जूस दिया गया था।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के जिले प्रयागराज में एक निजी अस्पताल में बीते दिनों डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने के मामले में अब नया खुलासा हुआ है। दरअसल डेंगू मरीज को मौसम्बी का जूस नहीं बल्कि खराब प्लेटलेट्स चढ़ाई गई थी। इस पूरे मामले की जांच के बाद अधिकारियों ने पूरा सच बताया। जिले के डीएम संजय कुमार खत्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिस डेंगू मरीज की मौत हुई है, उसे खराब संरक्षित प्लेटलेट्स दिए गए थे न कि मौसम्बी जूस दिया गया था।
पीडीए ने अस्पताल को थमाया नोटिस
शहर में स्थिति ग्लोबल हॉस्पिटल में डेंगू से पीड़ित एक मरीज को प्लेटलेट्स की जगह कथित तौर पर मौसम्बी का जूस चढ़ाने का आरोप लगा था। मरीज की हालत खराब होने पर उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के ट्वीट और उनके आदेश पर जिला प्रशासन हरकत में आया और हॉस्पिटल को सील कर दिया गया था। वहीं दूसरी ओर प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अस्पताल की इमारत को बिना मानचित्र के नक्शा पास होने का नोटिस थमाते हुए ध्वस्तीकरण का नोटिस भी थमाया है। ऐसा माना जा रहा है कि इस नोटिस के बाद जल्द ही अस्पताल की इमारत को ढहाया जा सकता है।
डीएम ने रिपोर्ट के बाद बताया पूरा सच
अस्पताल को सील किए जाने के अगले दिन ही प्रयागराज पुलिस ने नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह का भी भंडाफोड़ करते हुए दस सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उस समय ग्लोबल हॉस्पिटल में मरीज को मौसम्बी का जूस चढ़ाया गया था या नकली प्लेटलेट्स, यह साफ नहीं हो सका था लेकिन अब स्थिति साफ है कि मरीज को खराब प्लेटलेट्स चढ़ाई गई थी। डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि प्लेटलेट्स की जांच रिपोर्ट आ गई है। उसमें मौसम्बी के जूस जैसी कोई बात नहीं है बल्कि वह प्लेटलेट्स ही है, लेकिन इसे अनुचित ढंग से संरक्षित रखा गया था, जिससे ब्लड में थक्का बनने की आशंका होती है। उन्होंने आगे कहा कि मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने में अस्पताल द्वारा लापरवाही पाई गई है और अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।