सार
यूपी के कई शहरों में फेक हॉलमार्क का खूब खेल चल रहा है। इसको लेकर भारतीय मानक ब्यूरो को जानकारी हुई तो मामले का खुलासा हुआ। राज्य के सहारनपुर जिले में 24 कैरेट सोने का फेक हॉलमार्क लगाया जा रहा था।
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के जिले सहारनपुर से मिलावटी सोना बेचे जाने को लेकर बड़े मामले का खुलासा हुआ है। दरअसल शहर में मिलावटी सोना पर 24 कैरेट गोल्ड का हॉलमार्क लगाया जा रहा था। इसके बारे में जैसे ही सूचना मिली की भारतीय मानक ब्यूरो को टीम ने कार्रवाई करते हुए सेंटर को सील कर दिया है। इसके साथ ही दूसरे सेंटर का लाइसेंस रद्द कर दिया है। ऐसा बताया जा रहा है कि शहर में सोने पर हॉलमार्क लगाने के लिए चार सेंटरों को अनुमति दी गई थी। जिसमें से श्री महालक्ष्मी फर्म को भी दी थी और यह मोनू वर्मा की है। बाद में भारतीय मानक ब्यूरो ने तीन सेंटरों को बंद कर दिया था।
मिलवाटी सोने पर हॉलमार्क लगाने का काम किया शुरू
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिछले दो महीने तक रजत की फर्म पर सेंटर चल रहा था लेकिन मोनू ने दस्तावेजों में यह काम बंद कर दिया था। इसके बाद मिलावटी सोने पर हॉलमार्क लगाने का काम कर रहा था। फिर उसके पास कई शहरों के सर्राफ आकर मिलावटी सोने पर हॉलमार्क लगावकर उसे 24 कैरेट का बनवा रहे थे। ऐसा करने की सूचना मिलते ही भारतीय मानक ब्यूरो ने यहां आकर छापे की कार्रवाई की है। टीम ने मोनू की फर्म पर कार्रवाई कर सीज कर दिया है। इसके साथ ही रजत की हॉलमार्क लगाने फर्म की भी जांच करते हुए उसे भी सीज कर दिया है।
राज्य के इन शहरों में भी चल रहा था खेल
हैरान करने वाली बात तो यह है कि हॉलमार्क सेंटर पर सिर्फ सहारनपुर ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के देहरादून हरिद्वार समेत उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ बिजनौर और गाजियाबाद समेत हरियाणा राज्य के यमुनानगर के सर्राफ भी आ रहे थे। यह सभी जिलों के सर्राफ यहां से मिलावटी और फर्जी सोने पर 24 कैरेट सोने का हॉलमार्क लगवा कर ले जा रहे थे और ज्वेलरी को बाजार में बेचा जा रहा था। भारतीय मानक ब्यूरो के निदेशक विक्रांत ने इस बात की जानकारी हुई तो वह एक टीम लेकर सहारनपुर पहुंचे और खामी पाए जाने पर सेंटर को सील कर दिया।
प्राथमिक जांच पड़ताल में आरोप पाए गए सही
टीम ने सेंटर के अंदर मौजूद मशीन और कंप्यूटर की हार्ड डिस्क समेत अन्य कागजात जब्त कर लिए गए हैं। यह कार्रवाई होने के बाद टीम दूसरे सेंटर पर पहुंची और दूसरा सेंटर रजत नाम के सर्राफ संचालित कर रहे थे। प्राथमिक जांच पड़ताल में इस सेंटर पर भी खामियां सामने आई जिसके बाद रजत सेंटर का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई की पुष्टि भारतीय मानक ब्यूरो के सहायक निदेशक मोहित कुमार ने की है। उनका कहना है कि शहर के लक्ष्मी बाजार में श्री महालक्ष्मी नाम से एक सेंटर को लाइसेंस दिया गया था। इसके साथ ही शिकायत मिली थी कि यहां पर नकली और मिलावटी सोने को 22 और 24 कैरेट का हॉलमार्क दिया जा रहा है। इसके बाद टीम पहुंची और प्राथमिक जांच पड़ताल में आरोप सही पाए गए।
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