बल्लियों से जुगाड़ कर बनाया गया मौत का पुल! जरा सी चूक पर जिंदगी डगमगाने का रहता है खतरा
यूपी के बागपत में बने एक पुल पर लोग जान जोखिम में डालकर सफर तय कर रहे हैं। यहां जरा सी भी चूक होने पर जिंदगी का खतरा बना हुआ है। लेकिन लोगों की मजबूरी है कि उन्हीं इसी बल्लियों के पुल से सफर तय करके जाना होता है।
देश की राजधानी दिल्ली में फ्लाईओवर और फुट ओवर ब्रिज की बाढ़ है। इन्हीं के सहारे दिल्ली ने तरक्की के कई कीर्तिमान बनाए लेकिन राजधानी दिल्ली से महज 35 किलोमीटर दूर बागपत में एक ऐसा पुल है कि जिसे लोग मौत का पुल कहते हैं। यहां यदि जरा सी भी चूक हुई तो जिंदगी खत्म। जिन लोगों से चूक हुई वो इस दुनिया में नहीं रहे। .यहां के लोगों ने भी वोट दी और सांसद चुनकर देश की सबसे बड़ी पंचायत यानि संसद में भेजे...दावे और वादों के बीच यहां के लोगों की जिंदगी इस पुल के बीच मंडरा रही है।
बागपत के बिनौली ब्लॉक के रहतना गांव के लोगों की जिंदगी कुछ इसी तरीके से मौत के सफर से होकर गुजरती है। यहां पर दो बल्लियों के सहारे गांव के लोगों ने जुगाड़ करके जैसे-तैसे पुल बना लिया। जुगाड़ तो जुगाड़ होता है... ये जुगाड़ कब धोखा दे जाए, ये इसे बनाने वालों को भी नहीं पता है। हर पल यहां मौत झपट्टा मारने के लिए तैयार रहती है क्योंकि जैसे ही पुल पर कोई शख्स चलता है तो पुल हिचकौले लेने लगता है। ऐसे वक्त में यदि जरा सी भी चूक हुई तो आप सीधे कृष्णी नदी में जा गिरेंगे और यहां का गहरा पानी आपको बचने का भी मौका नहीं देगा। सबसे बड़ी बात ये है कि पानी के उपर जंगली घांस है, जिससे पुल के नीचे अंजान आदमी ये भी अंदाजा नहीं कर सकता कि आखिर यहां पानी कितना गहरा होगा।
बता दें कि, रहतना गांव के ज्यादातर किसानों के खेत गांव से दूसरी तरफ हैं। वहां तक जल्दी जाने का यही जुगाड़ है। यदि गांव के किसानों को कुछ सामान खरीदने के लिए बाजार जाना पड़ता है तो उन्हें कई किलोमीटर दूर का सफर तय करना पड़ता है और वापिस लौटने में भी उतना ही समय लगेगा। वक्त को बचाने के लिए रहतना गांव के लोग अपनी जिंदगी ही दाव पर लगा देते हैं।