आतंकवाद विरोधी दिवस पर पुलिसकर्मियों ने ली शपथ, पुलिस अधीक्षक ने कहा- युवाओं को करना है हिंसा से दूर
आतंकवाद विरोधी दिवस पर पुलिसकर्मियों ने शपथ ली और सभी थानों ओर सर्किल में भी शपथ दिलाई गई, बता दें कि आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई को हर साल मनाया जाता है।
उन्नाव: आज आतंकवाद विरोधी दिवस पर जिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने हिंसा और आतंकवाद का डटकर विरोध करने की शपथ ली। पुलिस महानिदेशक के आदेशों की पालन करते हुए उन्नाव जिला पुलिस मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी ने पुलिसकर्मियों को शपथ दिलाई। वही थानों पर सभी एसएचओ ने पुलिस बल को आतंकवाद के खिलाफ शपथ दिलाया इसके साथ ही पुलिस चौकी प्रभारियों ने शपथ दिलाई।
पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि देश में हर साल 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य युवाओं को आतंकवाद और हिसा के रास्ते से दूर करना है। आम लोगों की पीड़ा को उजागर करना और यह दिखाना कि यह कैसे राष्ट्रीय हित के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया का सबसे गहरा जख्म है। आतंकवाद मानवता का सबसे बडा दुश्मन माना जाता है, जो न तो धर्म देखता है न ही समुदाय, ये हर वर्ग को कभी न भरने वाला जख्म देता है। आज ही के दिन वर्ष 1991 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। इसी कारण से 21 मई के दिन भारत वर्ष में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने की आधिकारिक घोषणा की गई थी। इस दिन सभी सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों आदि में आतंकवाद विरोधी शपथ ली जाती है।
इसके साथ ही जनपद के 21 थानों में हसनगंज, कोतवाली, औरास, बांगरमऊ, एफ़ 84, आसीवन, सफीपुर समेत सभी थानों में एसओ, एसएचओ ने पुलिस बल को आतंकवाद विरोधी शपथ "हम भारतवासी अपने देश की अहिंसा एवं सहनशीलता की परंपरा में दृढ़विश्वास रखते हैं तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डट कर विरोध करेंगे। हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव तथा सूजबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की भी शपथ लेते हैं।" दिलाई गई।