रावण की ससुराल में दहन से पहले होते हैं कई जतन, शराब के भोग से होती है शुरुआत

यूपी के मेरठ में भैंसाली मैदान में हर साल रावण का दहन होता है। रावण के पुतले को खड़े करने से पहले उस पर शराब के छीटे लगाए जाते हैं। मैदान में पुतले को खड़ा करने से पहले विधि-विधान से पूजा होती है।

/ Updated: Oct 05 2022, 04:00 PM IST
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वीडियो डेस्क। देशभर में विजयदशमी के पर्व की धूम है। जगह जगह रावण के दहन के लिए पुतले मैदान में लगा दिए गए हैं। साथ ही मेलों का आयोजन भी हो रहा है। लेकिन यूपी के मेरठ में रावण को लेकर अलग ही मान्यता है। यहां रावण दहन से पहले रावण को शराब का भोग लगाया जाता है। कहा जाता है कि मेरठ रावण की ससुराल है। लोगों का कहना है कि जब तक रावण को शराब का भोग नहीं लगाया जाता है तब तक रावण का पुतला खड़ा नहीं होता। यहां भैंसाली मैदान में हर साल रावण का दहन होता है। रावण के पुतले को खड़े करने से पहले उस पर शराब के छीटे लगाए जाते हैं। मैदान में पुतले को खड़ा करने से पहले विधि-विधान से पूजा होती है। रावण विद्वान पंडित था इस यहां पंडित रूप में रावण की पूजा होती है। लोगों का मानना है कि जब तक पुतले पर शराब के छींटे नहीं लगते तब तक वो खड़ा नहीं होता इस बात को कई बार आजमाया गया है। ये परम्परा यहां वर्षों से चली आ रही है। बची हुई शराब को लोगों में प्रसाद के तौर पर बांटा भी जाता है।