America Newspaper History: 157 साल बाद अमेरिका का फेमस न्यूजपेपर द अटलांटा जर्नल-कॉन्स्टिट्यूशन बंद होने जा रहा है। लोगों के बीच अब वो नए रूप के साथ आने वाला है। जानिए क्या है वो बदलाव।
America 157 Years Newspaper History: अमेरिका का सबसे पुराना अखबार, द अटलांटा जर्नल-कॉन्स्टिट्यूशन अब लोग नहीं पढ़ पाएंगे। ऐसा इसीलिए क्योंकि इस न्यूपेपर की छपाई अब बंद होने वाली है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि द अटलांटा जर्नल-कॉन्स्टिट्यूशन अब पूरी तरह से डिजिटल होने जा रहा है। 31 दिसंबर 2025 के बाद ये न्यूपेपर नहीं छपेगा। इस न्यूजपेपर की शुरुआत 1868 में शुरू हुई थी। पिछले 157 सालों से ये न्यूजपेपर जॉर्जिया से पब्लिश किया जा रहा था। अब 1 जनवरी 2026 से ये पूरी तरह से डिजिटल न्यूज़ के तौर पर लोगों के बीच आएगा। अटलांटा जर्नल-कॉन्स्टिट्यूशन की ओर से ये बताया कि उन्हें इस दिन के बारे में पता था और इसको लेकर उन्होंने पहले ही प्लानिंग बना ली थी। ऐसा इसीलिए क्योंकि आजकल हमारे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रिंट एडिशन से ज़्यादातर लोग यहां पर आते हैं, ऐसे में बदलाव करना जरूरी था। वहीं न्यूजपेपर एजेंसी के अध्यक्ष और प्रकाशक एंड्रयू मोर्स का कहना है कि वो बेहतरीन पत्रकारिता के ज़रिए अपने डिजिटल फ्यूचर को मज़बूत बनाने का प्रयास करेंगे।
एडिटर-इन-चीफ लेरॉय चैपमैन ने इस बदलाव को लेकर बात रखते हुए कहा कि वो अपने रिडर्स से दूर नहीं जा रहे हैं, बल्कि उनके साथ हैं। एजेंसी की मूल कंपनी कॉक्स एंटरप्राइजेज ने 1939 में अटलांटा जर्नल और 1950 में कॉन्स्टिट्यूशन को खरीदा था। साल 2001 में कंपनी ने दोनों अखबारों को एक साथ कर दिया था। इसके अलावा डेटन डेली न्यूज़ समेत कई दूसरे मीडिया संस्थान भी इसी कंपनी के मालिकाना हक में शामिल हैं।
कॉक्स एंटरप्राइजेज के चेयरमैन और सीईओ एलेक्स टेलर ने इस फैसले के बारे में बात करते हुए कि उन्हें अपनी गाड़ी के सामने अखबार देखने की याद आएगी। सबसे बड़ी बात तो ये होगी कि इस बदलाव से पेड़ों, प्लास्टिक, पानी और कार्बन जैसे नेचर की चीजों में खपत कम होगी और साथ ही न्यूज़ कलेक्शन और सामाजिक ज़िम्मेदारी पर ध्यान देने में मदद मिलेगी।
