सार
पाकिस्तान की सरकार ने रमजान से पहले लोगों पर महंगाई बम गिराते हुए पेट्रोल की कीमत 5 रुपए और हाई-स्पीड डीजल की कीमत 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया है। पेट्रोल की कीमत 272 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 293 रुपए प्रति लीटर हो गई है।
इस्लामाबाद। रमजान आने से पहले आमतौर पर सरकार द्वारा लोगों को राहत पहुंचाने के इंतजाम किए जाते हैं। हालांकि तंगहाली से जूझ रहे पाकिस्तान में उल्टी स्थिति दिख रही है। यहां की सरकार ने लोगों को राहत देने के बदले उनपर महंगाई बम गिरा दिया है। सरकार ने पेट्रोल की कीमत 5 रुपए और हाई-स्पीड डीजल की कीमत 13 रुपए बढ़ा दी है। पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने से महंगाई से बेहाल पाकिस्तान के गरीब लोगों की हालत और खराब हो जाएगी।
आर्थिक तंगी के बीच पाकिस्तान की करेंसी रुपए (पाकिस्तानी) की कीमत लगातार गिर रही है। पाकिस्तान अपनी जरूरत का अधिकतर पेट्रोलियम प्रोडक्ट आयात करता है। रुपए की कीमत गिरने से आयात बिल बढ़ता है, जिसके चलते सरकार को पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने पड़ते हैं। एक साल में पाकिस्तानी रुपए की कीमत में बहुत अधिक गिरावट आई है। पिछले साल मार्च की तुलना में 10 मार्च 2023 तक पाकिस्तानी रुपए की कीमत 57 फीसदी से अधिक घट गई। एक डॉलर की कीमत 280.77 पाकिस्तानी रुपए तक पहुंच गई है।
293 रुपए प्रति लीटर हो गई डीजल की कीमत
16 मार्च 2023 से पेट्रोल-डीजल के दाम में हुई वृद्धि लागू हो गई है। विश्लेषकों ने पहले भविष्यवाणी की थी कि रुपए की कीमत गिरने से पेट्रोल की कीमतों में 16 मार्च से 31 मार्च तक वृद्धि होगी। हाई स्पीड डीजल की कीमत में 13 रुपए प्रति लीटर वृद्धि हुई है। इससे अब पाकिस्तान में एक लीटर डीजल की कीमत 293 रुपए हो गई है। वहीं, पेट्रोल की कीमत 5 रुपए प्रति लीटर बढ़ी है। इससे एक लीटर पेट्रोल की कीमत 272 रुपए हो गई है। लाइट डीजल की कीमत नहीं बढ़ाई गई है। केरोसिन तेल की कीमत में 2.56 रुपए प्रति लीटर वृद्धि हुई है। अब एक लीटर केरोसिन की कीमत 190.29 रुपए हो गई है।
यह भी पढ़ें- आंसू गैस और गोलियों के खोल सामने रख आवाम के सामने गिड़गिड़ाए इमरान, बांग्लादेश त्रासदी को किया याद
IMF से लोन मिलने में देर होने से बढ़ी परेशानी
पाकिस्तान को आईएमएफ से लोन मिलने में देर हो रही है, जिसके चलते उसकी परेशानी बढ़ गई है। पाकिस्तानी रुपए की कीमत में तेज गिरावट हो रही है। इसके साथ ही पेट्रोल, डीजल और गैस आयात करने के लिए अब अधिक पैसे देने पड़ रहे हैं। आईएमएफ पाकिस्तान को 6.5 बिलियन डॉलर लोन देने पर राजी हुआ था। पाकिस्तान को पैसे किश्तों में मिलने वाले थे। शर्तें पूरी नहीं करने के चलते आईएमएफ ने लोन की किश्त रोक दी थी, जिससे पाकिस्तान आर्थिक संकट में फंस गया है।
यह भी पढ़ें- रवि चौधरी बने US एयरफोर्स के असिस्टेंट सेक्रेटरी, पहली बार भारतीय मूल के व्यक्ति को मिला वायुसेना में इतना बड़ा पद